सुनियोजित विकास में बाधा पहुंचा रही लोगों की मनमनर्जी

स्पेशल प्लान करेगा अवैध निर्माण का सफाया

एमडीए वीसी ने शहर के विकास में अवैध निर्माण को बताया गंभीर समस्या

अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट, कार्रवाई के लिए गठित होगी स्पेशल टीम

Meerut। शहर के विकास में सबसे बड़ी बाधा अवैध निर्माण हैं। इस गंभीर समस्या से निजात पाने के लिए एक सुनियोजित प्लान की जरूरत है। एमडीए के नवनियुक्त वीसी ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए मेरठ में अवैध निर्माण को दूर करने की बात कही है।

अवैध निर्माण पर वीसी सख्त

शहर में लगातार बढ़ रहे अवैध निर्माण के मामलों पर एमडीए वीसी योगेन्द्र यादव ने सख्ती दिखाई है। वीसी ने अवैध निर्माण को शहर के सुनियोजित विकास में सबसे बड़ी बाधा बताया है। यही नहीं उन्होंने इस समस्या से पार पाने के लिए एक सुनियोजित प्लान तैयार करने की बात कही है। शुक्रवार को वीसी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर अवैध निर्माण के मसलों को समझा और इसकी एक जोन वाइज रिपोर्ट पेश करने को कहा।

बनेगा स्पेशल प्लान

यदि आंकड़ों पर गौर करें तो शहर में इस समय 20 हजार से अधिक अवैध निर्माण हैं। इसमें से 346 अवैध कॉलोनियां तो एमडीए के दस्तावेजों में दर्ज हैं। हालांकि एमडीए में समय-समय पर इन अवैध निर्माणों के ध्वस्तीकरण के अलग-अलग अभियान चलते रहते हैं, लेकिन शहर के लिए नासूर बनी इस समस्या से निजात नहीं पाया जा सका। अब एमडीए के नए वीसी योगेन्द्र यादव ने समस्या पर गंभीरता दिखाते हुए स्पेशल प्लान बनाने के निर्देश दिए हैं। हालांकि इस प्लान का प्रारूप क्या होगा। इसको अभी गुप्त रखा गया है।

मेरठ के विकास में अवैध निर्माण एक बड़ी समस्या है। अन्य समस्याओं के सापेक्ष इस समस्या पर अधिक ध्यान दिए जाने की जरूरत है। योजना से पार पाने को एक स्पेशल प्लान बनाया जाएगा।

योगेन्द्र यादव, वीसी एमडीए