- मुख्य सड़कों पर लगाए जाएंगे मैक्सिमम और मिनिमम स्पीड के बोर्ड

- ट्रैफिक पुलिस के पास सिर्फ एक ही स्पीड रडार डिवाइस

- ट्रैफिक पुलिस को करीब 40 डिवाइस की है जरुरत

Meerut : सिटी में बेलगाम हो चुके वाहनों पर लगाम लगाने के लिए अब आरटीओ ने स्पीड कंट्रोल के बो‌र्ड्स का सहारा लिया है। जल्द ही सिटी की सभी मेन रोड्स पर उनकी निर्धारित स्पीड को दर्शाने वाले बोर्ड लगे होंगे। इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए आरटीओ विभाग ने पीडब्ल्यूडी विभाग से हाथ मिलाया है।

होता है मानक

अधिकारियों की मानें तो सिटी की हर रोड पर स्पीड का और लोड का एक मानक होता है। पीडब्ल्यूडी विभाग इन सभी का हिसाब रखता है। पीडब्ल्यूडी से इनके मानक लेने के बाद इन सभी रोड्स पर बोर्ड लगाने का प्लान बनाया जा रहा है। सिटी की हर रोड पर ट्रैफिक की स्थिति बदलती रहती है। इसको ध्यान में रखते हुए जल्द ही एक सर्वे भी कराने की तैयारी है। जिसमें सभी रोड्स की वर्तमान ट्रैफिक स्थिति के हिसाब से वाहनों की स्पीड तय की जाएगी।

कैसे होगी कार्रवाई?

भले ही आरटीओ विभाग रोड्स पर स्पीड कंट्रोल करने के लिए बोर्ड लगा दे, लेकिन सबसे बड़ी समस्या तो कार्रवाई करने की है। सवाल ये है कि नियम को तोड़ने वालों के ऊपर कार्रवाई कैसे होगी? दरअसल ट्रैफिक पुलिस के पास सिर्फ एक ही स्पीड रडार है। जिनसे पूरे सिटी में नजर रखी जाती है। स्पीड रडार डिवाइस तेज स्पीड में आने वाले वाहनों को ट्रेस कर उनके चालान काटता है। सिर्फ दो डिवाइस के सहारे पूरा सिटी कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा है।

यहां पर है जरूरत

- माल रोड, दिल्ली रोड, आबूलेन, यूनिवर्सिटी रोड, गढ़ रोड़, हापुड़ रोड, रुड़की रोड, पीएल शर्मा रोड, तेजगढ़ी से शास्त्री नगर का मार्ग, सरधना रोड, सिवाया टोल रोड।

सिटी के हर रोड के मानक तय होते हैं। उसी के हिसाब से अपनी गाड़ी की स्पीड रखनी होती है। तीन बार नियम के तोड़े जाने पर लाइसेंस रद्द किए जाने का भी प्रावधान है।

-दीपक शाह, एआरटीओ