मेरठ को प्रदेश की पहली इंटरनेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का मिलेगा गिफ्ट
अत्याधुनिक तरीके से सिखाए जाएंगे गेम्स खेलने के तरीके
Meerut। शहर ही नहीं, समूचे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खिलाडि़यों के लिए बड़ी खुशखबरी है। क्योंकि मेरठ को प्रदेश की पहली इंटरनेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की सौगात मिलने वाली है। इतना ही नहीं स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के लिए 41 गेम्स की लिस्ट भी तैयार कर ली गई है। कमिश्नर अनीता सी। मेश्राम के अनुसार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और करीब 41 खेलों की लिस्ट का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। साथ ही शासन को इससे अवगत कराया है कि मेरठ के युवा लगातार खेलों में देश का नाम रोशन कर रहे हैं। ऐसे में यहां स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का बनाना बेहद जरूरी है।
41 खेलों की लिस्ट
कमिश्नर अनीता सी। मेश्राम ने खेल विभाग के क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आले हैदर से ही ये प्रस्ताव और खेलों की लिस्ट तैयार कराई है। हालांकि क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आले हैदर ने सभी गेम्स के कोच से बात करके ही ये लिस्ट तैयार की है। साथ ही कमिश्नर ने अपना अर्द्धशासकीय पत्र भी शासन को प्रेषित किया है। इस बाबत उनकी अपर मुख्य सचिव खेल इफ्तखारुद्दीन से वार्ता हो गई है और प्रस्ताव भी उन्हीं को गया है।
170 एकड़ चाहिए जमीन
इस प्रस्ताव में सबसे अहम है जमीन। इस यूनिवर्सिटी के लिए 170 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी। हालांकि तत्काल तो 60 एकड़ में यूनिवर्सिटी शुरू हो सकती है लेकिन आगे विस्तार के लिए 110 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी।
यूनिवर्सिटी में ये कोर्स होंगे
प्रस्ताव में है कि यहां सामान्य कोर्स के अलावा बीपीई, एमपीई, बीपीएड, एमपीएड, डिप्लोमा इन कोचिंग, एमफिल, पीएचडी, एमबीए इन स्पोर्ट मैनेजमेंट, फिजियोथैरेपी, डिप्लोमा इन मेडिसिन आदि कोर्स शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा रिसर्च सेंटर, री-हेबिलिटेशन सेंटर, ब्लड टेस्टिंग लैब, हॉस्टल, लाइब्रेरी आदि की सुविधा होगी। शिक्षकों की तैनाती भी कोर्स के अनुसार की जाएगी।
प्रदेश की पहली यूनिवर्सिटी
मेरठ में यह प्रदेश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी होगी। इससे पूर्व देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मणिपुर में शुरू की गई थी। यानी देशभर में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटीज की भारी कमी है। यदि शासन इस यूनिवर्सिटी को स्वीकृति देता है तो यह प्रदेश के खिलाडि़यों के लिए एक बड़ा कदम साबित होगा।
वेस्ट यूपी बना खेलों का हब
समूचा वेस्ट यूपी इस समय खेलों का हब बना है। निशानेबाजी, तीरंदाजी, कुश्ती, क्त्रिकेट, बैडमिंटन, एथलेटिक्स, बॉक्सिंग, वुशू आदि में वेस्ट यूपी के खिलाडि़यों ने देश का नाम रोशन किया है। मेरठ के सौरभ चौधरी, रवि कुमार, शहजर रिजवी, शार्दुल विहान ने शूटिंग में नाम कमाया है। वहीं क्रिकेट में प्रवीण कुमार, भुवनेश्वर, कर्ण शर्मा जैसे नामचीन खिलाड़ी हैं। सीमा पूनिया, अन्नू रानी, विशाखा और इससे पूर्व अलका तोमर जैसी खिलाडि़यों ने देश का झंडा विश्वभर में फहराया है। कमिश्नर ने यही कहा कि मेरठ और आसपास का क्षेत्र इस समय प्रतिभावान खिलाडि़यों से भरा पड़ा है। इन खिलाडि़यों को आगे बढ़ाने के लिए स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बेहद जरूरी है।
ऐसा होगा इंफ्रास्ट्रक्चर
7 ब्याज हॉस्टल
4 गर्ल्स हॉस्टल
1 पुस्तकालय
1 म्यूजियम
1 ओलंपिक साइज का खुला स्वीमिंग पूल
इंडोर क्रिकेट पिच
2 इंडोर जिम्नेजियम भवन
जूड़ो कक्ष
भारोत्तोलन व भारवहन कक्ष
सिंथेटिक का 400 मीटर रनिंग ट्रैक
ग्रासी हॉकी मैदान
सिंथेटिक लॉन टेनिस कोर्ट
2 फुटबॉल ग्राउंड
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम
हेल्थ एंड स्पोर्ट्स मेडिसन कॉम्प्लेक्स
इत्यादि
शासन की तरफ से स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी फाइल तैयार करके मांगी गई थी। हमने फाइल तैयार कर लखनऊ भेज दी है। फाइल पर शासन की ओर से कोई निर्णय लेने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अनीता सी। मेश्राम, कमिश्नर