- छात्रसंघ चुनाव का नोटिफिकेशन हुआ जारी

- कॉलेजों और विवि में हुई सरगर्मी शुरू

आई स्पेशल

सुंदर सिंह

Meerut: यूपी में सभी सियासी पार्टियां मिशन 2017 की तैयारियां कर रहीं हैं तो सपा ने छात्र संघ चुनाव की घोषणा कर एक नया मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश सरकार ने यूथ को अपने फेवर में करने के लिए प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी और कॉलजों में छात्रसंघ चुनाव कराने के निर्देश दे दिए हैं। नोटिफिकेशन जारी होते ही सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में चुनावी सरगर्मी शुरू हो गई हैं।

चुनाव कराने के दिए निर्देश

प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा जितेंद्र कुमार ने सभी यूनिवर्सिटी के कुलपति के साथ ही डिग्री कॉलेजों के प्राचायरें को छात्रसंघ चुनाव कराने के निर्देश दिए हैं। निदेशक उच्च शिक्षा को कहा गया है कि लिंगदोह समिति की सिफारिशों के अनुसार साफ.-सुथरे तरीके से चुनाव करवाएं। कमेटी में छात्रसंघ के गठन छात्रसंघ चुनाव की प्रक्रिया के तौर-तरीके दिए गए हैं। इसको लागू किया जाना बाध्यकारी है। जारी आदेश में सभी डीएम व एसएसपी को चुनाव में सहयोग करने का निर्देश दिया गया है।

निर्णायक साबित हो सकते हैं चुनाव

जानकारों के अनुसार ये चुनाव आगामी विधानसभा चुनावों के लिए समीकरण तय करने में निर्णायक साबित हो सकते हैं। आंकड़ों के मुताबिक पूरे प्रदेश में 4 करोड़ युवा 18 से 27 साल की उम्र के हैं। ऐसे सभी युवा कहीं न कहीं किसी न किसी कॉलेज या विवि में छात्र हैं। जानकारों के मुताबिक ये वोट बैंक छात्र संघ के चुनावों का नोटिफिकेशन जारी होने से गदगद है।

छात्र संगठन हुआ सक्रिय

हाईकमान के निर्देश के बाद सभी दलों के छात्र संगठनों ने शिक्षण संस्थानों में डेरा डालना शुरू कर दिया है। सभी छात्र संगठनों को ऊपर से निर्देश है कि इस बार ज्यादा से ज्यादा छात्र संघ सीट उनके खाते में आनी चाहिए। ताकि आगामी चुनाव उनके लिए मुफीद हो सके। एबीवीपी, छात्र सभा, एनयूएसआई, राष्ट्रीय लोकदल सभी के प्रादेशिक नेताओं ने अपने-अपने पक्ष में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी की खोज शुरू कर दी है।

वास्तव में उत्तर प्रदेश युवा प्रदेश है। जिस ओर युवाओं का सपोर्ट रहेगा चुनाव उसकी तरफ मुड़ जाएगा।

-डॉ। सोमेन्द्र तोमर, राष्ट्रीय मंत्री भाजयुमो

छात्र संघ चुनाव के नतीजे वास्तव में आगामी विधानसभा चुनाव पर असर डालेंगे। सपा ने ही छात्र संघ चुनावों से रोक हटाई थी।

-जितेन्द्र विधुड़ी, प्रदेश उपाध्यक्ष सपा छात्र सभा

छात्रसंघ चुनाव से इस बात पता लग जाएगा कि आखिर प्रदेश का युवा किस ओर जा रहा है। क्योंकि यूपी में छात्र एक निर्णायक वोट बैंक के रूप में है। इस बार एनयूएसआई अच्छी स्थिति में रहने वाली है।

अवनीश काजला, प्रदेश अध्यक्ष वेस्ट यूपी एनयूएसआई

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ये रहेंगे लिंगदोह के नियम

- चुनाव में वोट डालने वाले छात्र की कम से कम 75 फिसदी उपस्थिति होनी चाहिए।

-मुख्य पदों के लिए एक बार ही चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा।

- छात्र का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए।

-छात्रसंघ चुनाव के लिए प्रत्याशी को केवल 5000 रुपये तक खर्च करने की अनुमति होगी।

- लाउडस्पीकरों व जुलूस की अनुमति नहीं होगी

- प्रचार के लिए डीवेट की व्यवस्था होगी।

- हाथ से लिखी हुई प्रचार सामग्री ही मान्य होगी।