मेरठ ब्यूरो। एमआईईटी के फार्मेसी विभाग के अंतिम वर्ष के छात्रों ने भारतीय फार्माकोपिया आयोग, गाजियाबाद का औद्योगिक भ्रमण किया। इस दौरान आईपीसी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ जयप्रकाश, डॉ वी कलाइसेल्वन, वैज्ञानिक अधिकारी श्वेता सचान ने स्टूडेंट्स को विभिन्न जानकारी दी।

मानकों की निगरानी

इस मौके पर डॉ जयप्रकाश ने स्टूडेंट्स को बताया कि भारतीय फार्माकोपिया आयोग भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का एक स्वायत्त संस्था है। उन्होंने कहा देश में दवाओं के मानकों को निर्धारित करने के लिए आईपीसी बनाया गया है। इसका मूल कार्य नियमित रूप से इस क्षेत्र में प्रचलित रोगों के उपचार के लिए आवश्यक दवाओं के मानकों को अद्यतन करना है।

औषधीय पदार्थ व सूत्र बताए

कार्यक्रम में एक्सपर्ट्स ने छात्रों को विभिन्न प्रकार के औषधीय पदार्थ के सूत्र व बनाने की विधि बताई गई। उन्होंने स्टूडेंट्स को बताया भारतीय फार्माकोपिया आयोग में कैसे काम हो रहा है, किस तरह से आयोग में औषधीय पदार्थो का प्रयोग किया जाता है। इसके साथ ही आईपी भारत में उत्पादित की जाने वाली औषधियों के लिए आधिकारिक मानक। औषधियों की गुणवत्ता के नियंत्रण व विश्वसनीयता में अपना आईपी के मानक आधिकारिक और कानूनी आदि की जानकारी दी।

ये लोग रहे मौजूद

इस अवसर पर छात्रों के दल के साथ एसोसिएट प्रो अंगेश कुमार और असिस्टेंट प्रो विशि खत्री मौजूद रहे। एमआईईटी के चेयरमैन विष्णु शरण, वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, निदेशक डॉ। बृजेश सिंह, डीन एकेडमिक डॉ। भावना मलिक, फार्मेसी विभाग के प्राचार्य डॉ। गरिमा गर्ग ने बधाई दी।