- अर्हता पूरी न करने वाले अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त होने पर किया हंगामा

रूद्गद्गह्मह्वह्ल : सीसीएस यूनीवर्सिटी में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होने एडमिशन के लिए रविवार को परीक्षा हुई। सर छोटूराम इंजीनिय¨रग कॉलेज में आयोजित एंट्रेंस में गैरहाजिर रहने वाले उम्मीदवारों की संख्या अधिक रही, वहीं परीक्षा के लिए अयोग्य ठहराए जाने वाले स्टूडेंट्स ने सेंटर पर जमकर हंगामा किया।

सीसीएसयू पर आरोप

रविवार को सुबह की पाली में सुबह दस बजे से 12 बजे तक एमफिल, बीपीएड के अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। दूसरी पाली में दो बजे से चार बजे के बीच एमएड, बीएससी नर्सिग के पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए कैंडीडेट्स ने परीक्षा दी। सुबह की पाली में कुल 859 कैंडीडेट्स में 633 और शाम की पाली में 1051 कैंडीडेट्स में केवल 653 कैंडीडेट्स ने परीक्षा दी। सबसे अधिक बीपीएड और एमफिल में कैंडीडेट्स गैरहाजिर रहे। कुछ कैंडीडेट्स के एडमिट कार्ड न निकलने की वजह से उन्होंने परीक्षा के दौरान सेंटर पर हंगामा किया। कुछ कैंडीडेट्स ने रोल नंबर न निकलने की शिकायत की, एंट्रेंस से वंचित स्टूडेंट्स ने सीसीएसयू पर जानबूझ परीक्षा से वंचित करने का आरोप लगाकर हंगामा किया। हालांकि एडमिशन कोऑर्डिनेटर प्रो। वाई विमला ने कैंडीडेट्स के आरोप को गलत बताते हुए कहा कि जिन कैंडीडेट्स ने गलत तरीके से फॉर्म भरा था, उनके फॉर्म रिजेक्ट कर दिए गए थे, एमफिल में एडमिशन फॉर्म भरने के लिए जो शैक्षणिक योग्यता रखी गई थी, उसमें 12 वीं द्वितीय श्रेणी व यूजी में 55 फीसदी या फिर 12 वीं व यूजी में 50-50 फीसदी मा‌र्क्स पाने वाले कैंडीडेट्स के ही आवेदन स्वीकार किए गए थे। बहुत से कैंडीडेट्स ने प्रवेश नियमावली को पढ़े बगैर आवेदन कर दिया था, जिसकी वजह से उनके आवेदन रिजेक्ट कर दिए गए थे।

दोबारा परीक्षा कराने की मांग

यूनिवर्सिटी कैंपस में सर छोटूराम इंजीनिय¨रग कॉलेज के पास समाजवादी छात्र सभा की ओर से मे आई हेल्प यू का कैंप लगाया गया। इस कैंप में छात्र नेताओ ने छात्रों की समस्याओं को सुना, छात्र नेता विजय रत्नम के नेतृत्व में छात्रों ने प्रवेश परीक्षा से वंचित छात्रों की दोबारा से परीक्षा कराने की मांग की। उन्होंने प्रवेश परीक्षा से वंचित छात्रों को लेकर सेंटर पर जमकर हंगामा किया। छात्र नेताओं ने फॉर्म भरवाने वाले कंपनी पर आरोप लगाया कि कंपनी इस तरह की गड़बड़ी पहले भी कर चुकी है। जिससे सैकड़ों छात्रों का भविष्य बरबाद हो चुका है।