मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू से संबद्ध 72 कॉलेजों की लापरवाही के कारण हजारों स्टूडेंट्स का के परिणाम अटके हैं। यूनिवर्सिटी चाह कर भी उनके रिजल्ट घोषित नहीं कर पा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि कॉलेजों ने यूनिवर्सिटी को आंतरिक मूल्यांकन व प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक नहीं दिए हैं। यूनिवर्सिटी ने इन कॉलेजों की सूची जारी कर दी है। कॉलेजों को तीन दिनों में आंतरिक मूल्यांकन व प्रयोगात्मक परीक्षाओं के अंक यूनिवर्सिटी के पोर्टल पर अपलोड करने को कहा गया है।

दस हजार छात्रों का रिजल्ट नहीं
सीसीएसयू व उससे जुड़े कॉलेजों इन कॉलेजों के करीब दस हजार स्टूडेंट्स हैं, जिनका रिजल्ट अटका हुआ है, दरअसल यूनिवर्सिटी से संबंधित ऐसे विभिन्न कॉलेज हैं, जिन्होंने यूनिवर्सिटी को प्रयोगात्मक व आंतरिक परीक्षा के अंक नहीं दिए है। जिसके चक्कर में उन कॉलेजों के स्टूडेंट्स का रिजल्ट अटका हुआ है। इनकी शिकायतें लगातार सीसीएसयू के रजिस्ट्रार कार्यालय पर व वीसी कार्यालय पर पहुंच रहीं है अब इन कॉलेजों को रिजल्ट निकालने में सहयोग करने के लिए नोटिस दिया गया है। अगर स्टूडेंट्स का भविष्य दांव पर लगा तो इन पर सख्ती कार्रवाई होगी।

इन कोर्स की आ रही है समस्याएं
विभिन्न कोर्स के अटके रिजल्ट में एमए, एमएससी, एमकॉम, बीए, बीएससी, बीकॉम, बीए-एलएलबी, बीबीए, बीकॉम ऑनर्स आदि के विभिन्न सेमेस्टर के रिजल्ट नहीं आ पा रहे हैं। यूनिवर्सिटी की ओर से भी बार बार कॉलेजों को समय दिया जा रहा है। बावजूद इसके कॉलेजों को अबतक कोई फर्क नहीं पड़ा है। कॉलेजों व यूनिवर्सिटी की खींचतान के अंतर्गत आने वाले पूर्व के तीन जिलों सहारनपुर, मंडल व मेरठ मंडरा के सभी जिलों के कॉलेज हैं।

जल्द से जल्द माक्र्स अपलोड करने के लिए कॉलेजों को नोटिस दिया गया है। अगर कॉलेजों की लापरवाही से स्टूडेंट्स का नुकसान होता है तो कॉलेज की मान्यता रद्द तक की जा सकती है।
धीरेंद्र वर्मा, रजिस्ट्रार सीसीएसयू