मेरठ (ब्यूरो)। सूरजकुंड स्पोटर्स मार्केट शहर का एक प्रमुख बाजार है। खास बात यह है कि देशभर में यहां से स्पोट्र्स के आइटम भेजे जाते हैं। इसके साथ ही फिटनेस के शौकीन लोगों के लिए जिम के उपकरण भी यहां पर मिलते हैं। जाहिर तौर पर सूरजकुंड बाजार स्पोट्र्स से जुड़ी ग्राहकों की हर जरूरतों को पूरा करता है।

देशभर में है पहचान
सूरजकुंड बाजार की ना सिर्फ जनपद में बल्कि देश में एक अलग पहचान है। यहां स्पोटर्स शॉप्स से लेकर बैट, बॉल, फुटबाल, टेनिस रैकट, जिम एक्यूपमेंट बनाने की सैकडों फैक्ट्रियों से लेकर स्पोटर्स वियर, शूज आदि सभी प्रकार की हजारों वैरायटियां उपलब्ध हैं। ना सिर्फ त्यौहारी सीजन बल्कि पूरे साल इस बाजार से ग्राहकों की रौनक कम नही होती है। तो चाहे आपको किसी को गिफ्ट देना हो या अपनी फिटनेस से जुडे किसी गुडस को लेना हो स्पोटर्स मार्केट आपका स्वागत करता है।

सालभर बनी रहती है रौनक
मेरठ का नाम देश भर में स्पोटर्स सिटी के नाम से प्रसिद्ध है। यहां के क्रिकेट बैट के दीवाने सचिन तेंदुलकर से लेकर विराट और रिकी पोंटिंग तक रहे हैं। इतना ही नहीं यहां तैयार होने वाली स्पोट्र्स सामग्री देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक में बड़ी मात्रा में सप्लाई होती है। देशभर किसी भी लेवल का कोई भी मैच हो तो उसके लिए स्टांप मेरठ से ही मंगाए जाते हैं।

बढ़ जाती है डिमांड
फेस्टिव सीजन में बतौर गिफ्ट इस बाजार में स्पोटर्स गुडस की डिमांड बढ़ जाती है। ऐसे में पितृ पक्ष में भी इस बाजार की रौनक बरकरार है। ग्राहक आम दिनों की तरह बाजार में खरीदारी कर रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी जिम, स्पोट्र्स या स्पोट्र्स वियर टै्रक सूट, शूज के शौकीन हैं तो बाजार में आ सकते हैं।

आजादी के साथ बनी पहचान
सूरजकुंड स्पोट््र्स मार्केट में क्रिकेट सामग्री को बनाने का इतिहास आजादी के समय से चलता आ रहा है। मेरठ की इस स्पोट््र्स इंडस्ट्री को खास पहचान दिलाने का श्रेय पाकिस्तान से आए रिफ्यूजियों को जाता है। साल 1947 में भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद सियालकोट से आए रिफ्यूजियों ने ही मेरठ में बैट बल्ले का निर्माण शुरु किया था। बैट के साथ साथ ही धीरे धीरे इस बाजार में लोगों ने फुटबाल, कैरम, बॉल, स्टल कॉक, आदि स्पोटर्स सामग्री बनानी शुरु कर दी और इस बाजार की अपनी एक अलग प हचान बननी शुरु हो गई।