मेडिकल क्षेत्र से सात लोगों को जकड़ा
-स्वास्थ विभाग में अफरा-तफरी, सीएमओ ने किया दौरा
Meerut। शहर में दो दिन में डेंगू के दस केस मिलने से स्वास्थ विभाग में जहां अफरा-तफरी है, वहीं शहर में डेंगू के आगाज ने शहरवासियों को खौफ में ले लिया है। स्वास्थ विभाग ने मंगलवार को 7 और बुधवार को 3 लोगों में डेंगू मिलने की पुष्टि की है। उधर, शहर में डेंगू सामने आने पर सीएमओ ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर एंटी लारवा अभियान शुरू किया है।
दो दिन में दस मामले
डेंगू को लेकर स्वास्थ विभाग जहां तमाम दावे कर रहा था, वहीं मंगलवार को 7 लोगों में डेंगू की पुष्टि होने से विभाग के सारे दावों की हवा निकाल दी। विभाग में अभी डेंगू को लेकर सामने आए मामलों पर मंथन चल ही रहा था कि बुधवार को तीन ओर लोगों में डेंगू की पुष्टि ने अफसरों की नींद उड़ा दी। अलर्ट जोन में आए विभाग के अफसरों ने डेंगू प्रभावित इलाकों में ताबड़तोड़ निरीक्षण किया व एंटी लारवा प्रोग्राम चलाते हुए लोगों को अवयेर करने पर जोर दिया।
इन मरीजों की हुई पुष्टि
-मेडिकल कैंपस निवासी वरुण (30)व अभय (5)
-जागृति विहार निवासी चिंटू (7) और वाणी (8)
-शास्त्रीनगर निवासी शकील
-शिवशक्ति नगर निवासी आदित्य (6)
-अजंता कॉलोनी निवासी शिवा (12)
शहर में डेंगू के मामलों की पुष्टि हुई है। ऐसे में लोगों को चाहिए की पैनिक क्रिएट न करें। जानकारी ही डेंगू से बचाव है। एंटी लारवा टीम का गठन किया जा रहा है। शहर में एंटी लारवा स्प्रे किया जा रहा है।
-डॉ। रमेश चंद्रा, सीएमओ मेरठ
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प्लेटलेट्स का खेल
दरअसल, वायरल व मलेरिया आदि बुखार में प्लेटलेट्स का डाउन होना सामान्य बात है। यहां तक कि बुखार की दवाई खाने से भी प्लेटलेट्स का लेवल डाउन होता है। कुछ प्राइवेट हॉस्पिटल्स मरीज को प्लेटलेट्स का खौफ दिखाकर डेंगू का माहौल बनाते हैं।
डेंगू से बचाव एवं उपचार
-घर में एवं घर के आसपास पानी इकठ्ठा ना होने दें।
- साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
-यदि घर में बर्तनों आदि में पानी भर कर रखना है तो ढक कर रखें।
- जरूरत ना हो तो बर्तन खाली कर के या उल्टा कर के रख दें।
-कूलर, गमले आदि का पानी रोज बदलते रहें।
- ऐसे कपड़े पहनें जो शरीर के अधिकतम हिस्से को ढक सकें।
- मच्छर वाली क्रीम, स्प्रे, लिक्विड, इलेक्ट्रॉनिक बैट आदि का प्रयोग करें।
क्या खिलाएं
ताजा फल, जूस, अंकुरित अनाज, दलिया, दूध, दाल का पानी आदि।
एक सप्ताह में रिकवर
डॉक्टर्स की मानें तो अंडर ट्रीटमेंट और उचित इलाज के दौरान डेंगू का मरीज 5 से 7 दिन में रिकवर कर लेता है।
पूर्वी मेरठ बना डेंजर जोन
-आई नेक्स्ट ने संवेदनशील इलाकों की जानकारी दे चेताया था विभाग को
-विभाग की अनदेखी के चलते डेंजर जोन में आए संवेदनशील इलाके
-पिछले साल डेंगू के 362 में से 172 केस मिले थे इस्टर्न मेरठ में
2015 में मिले थी डेंगू के 362 केस
स्वास्थ विभाग की मानें तो 2015 में मेरठ में डेंगू के 362 केस सामने आए थे। पिछले दस सालों में डेंगू मामलों में यह सर्वाधिक आंकड़ा हैं।
आठ टीमों का गठन
सीएमओ के निर्देश पर बुधवार को जिला मलेरिया अधिकारी योगेश सारस्वत ने डेंगू को लेकर आठ टीमों का गठन किया। प्रत्येक टीम में एक सुपरवाइजर के अलावा एक हेल्थ वर्कर को लगाया गया है। ये टीम डेंगू प्रभावित इलाकों में एंटी लारवा का छिड़काव, पंफलेट वितरण व लोगों में डेंगू के प्रति जनजागरुक अभियान चलाएगी।