-इल्म ही दिलाएगा समाज में मुस्लिमों को उनका अधिकार

-सांप्रदायिकता फैला रहे देश के दुश्मनों को मिले जवाब

Meerut: फैज-ए-आम इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में उलेमा नेताओं ने आतंकवाद और सांप्रदायिकता को देश के लिए अभिशाप बताया। नेताओं ने कहा कि सांप्रदायिक तत्व मासूम बच्चों और युवाओं को नफरत की ट्रेनिंग दे रहे होते हैं। ऐसे में सांप्रदायिकता फैला रहे तत्वों को करारा जवाब दिया जाए।

एकजुटता जरूरी

हुसूले इंसाफ कार्यक्रम में पधारे मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि सांप्रदायिक तत्व मासूम बच्चों और युवाओं को नफरत की ट्रेनिंग दे रहे हैं। उन्होंने आतंकवाद और सांप्रदायिकता को देश के लिए अभिशाप करार देते हुए कहा कि इन दोनों के खिलाफ देश को एकजुट होकर लड़ाई लड़नी होगी। कार्यक्रम में पधारे जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना कारी सैयद मोहम्मद उस्मान मंसूरपुरी ने कहा सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह सभी वर्गो की समस्याओं का समाधान करे, लेकिन उत्तर प्रदेश की सरकार ने लोगों की समस्याएं बढ़ाई हैं। उन्होंने कहा कि वेस्ट यूपी में स्लाटर हाउस लंबे समय से चले आ रहे हैं, लेकिन इस सरकार ने प्रदूषण के नाम पर स्लाटर हाउस पर ताले लटका दिए हैं।

इल्म हासिल करें मुसलमान

प्रख्यात इस्लामिक विद्वान मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा कि सरकार को सभी वर्गो को साथ लेकर चलना चाहिए। उन्होंने इल्म को आदमी की सबसे बड़ी शक्ति बताया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के लोग अधिक से अधिक संख्या में इल्म हासिल करें। इल्म से ही उनको अपने अधिकारों और समाज का ज्ञान हो सकता है। इस मौके पर जमात-ए-इस्लामी के उपाध्यक्ष नुसरत अली, आचार्य प्रमोद कृष्णम, जमीअत उलमा-ए-हिंद के सचिव मौलाना हकीम उद्दीन कासमी, मौलाना मुफ्ती सलमान मंसूरपुरी, मौलाना सलमान बिजनौरी, मौलाना जहूर अहमद कासमी, मौलाना कारी शौकत अली, डॉ। मोहम्मद मुहिब्बुलहक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, मौलाना अब्दुल्ला अग्रणी शिक्षक दारुल देवबंद, अध्यक्ष जमीअत उलमा उत्तरप्रदेश, शौकत अली महासचिव जमीअत आदि ने कांफ्रेंस को संबोधित किया।