मेरठ (ब्यूरो)। कूड़ा निस्तारण नगर निगम के लिए शुरू से ही एक समस्या रहा है। मगर शायद अब निगम ने इसका हल खोज लिया है। दरअसल, शहर के बाहरी क्षेत्रों में सड़क किनारे या खुले मैदान में कूड़े को आग के हवाले कर कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है। आने वाले दिनों में यहां न केवल लोहियानगर और मंगतपुरम जैसा कूड़े का पहाड़ खड़ा हो जाएगा बल्कि कूड़ा जलाने से पॉल्यूशन के लेवल में भी बढ़ोतरी होगी। किला परीक्षितगढ़ रोड पर जिस तरफ नजर डालो, बस यही नजारा दिखाई पड़ता है। यहां जगह-जगह सड़क किनारे न केवल कूड़े के ढेर लगे हैैं बल्कि उसमें आग भी लगाई जा रही है। बूंद फाउंडेशन के डायरेक्टर रवि कुमार ने एनजीटी समेत प्रशासनिक अधिकारियों को इस समस्या के संबंध में ट्वीट कर निस्तारण की मांग उठाई है।

किला रोड पर कूड़ा
किला परीक्षितगढ़ रोड पर गंगानगर टर्न से पहले मेन रोड पर जगह-जगह कूड़े का ढेर नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहा है। रोजाना इस रोड किनारे कूड़़े का ढेर लग जाता है। स्थानीय लोगो के अनुसार निगम की गाडिय़ां यहां से कूड़ा उठाने के बजाए यहां शहर का इकत्रित कूड़ा डंप कर देती हैं। इतना ही नहीं, आए दिन कूड़े में आग लगाकर उसको नष्ट करने का प्रयास किया जाता है। इससे आसपास के क्षेत्र में प्रदूषण की समस्या अत्याधिक बढ़ गई है। लोगों की सांसों में कूड़े के धुंए का जहर भर रहा है।

काली नदी किनारे बुरा हाल
वहीं किला रोड से गढ़ रोड को जोडऩे वाली काली नदी किनारे की रोड़ का तो और भी बुरा हाल है। यहां एक बड़े हिस्से में कूड़़े का पहाड़ आए दिन धहकता रहता है। यहां कूड़ा कैंट बोर्ड और निगम की गाडिय़ों द्वारा लाकर डाला जाता है। लेकिन निस्तारण की व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते कूड़े में आए दिन आग लगा दी जाती है।

यहां केवल कूड़ा जलाने की समस्या नहीं है बल्कि निगम की गाडिय़ों द्वारा कूड़ा डंप करने ही प्रमुख समस्या है। इसकी जांच होनी चाहिए कि कूड़ा निगम की गाडिय़ां यहां क्यों डंप कर रही हैं।
रवि कुमार

कूड़े का जब तक सही से निस्तारण नहीं होगा, तब तक यह समस्या बनी रहेगी। इसके लिए प्रशासन को सख्त नियमों के साथ भारी भरकम जुर्माना लगाने का प्रावधान भी करना चाहिए।
अमित सबरवाल

जलते हुए कूड़े का धुंआ सेहत के काफी खतरनाक है। जहरीली गैसें शरीर को बहुत नुकसान पहुंचाती हैं। शहर में पॉल्यूशन का लेवल हाई है। ऐसे में कूड़ा जलाने पर रोक लगाई जानी चाहिए।
हसन हारुन

कूड़ा कलेक्शन से लेकर कूड़े का निस्तारण जब तक सही तरीके से नहीं होगा, तब तक यहां-वहां कूड़ा डाला जाता रहेगा और उसमें आग लगाई जाती रहेगी। यह सब निगम की लापरवाही का नतीजा है।
विपिन चौहान

मामले की जांच कराकर तुरंत सफाई कराई जाएगी। हालांकि किला रोड़ का क्षेत्र कैंट बोर्ड के हिस्से में आता है और कैंट की गाडिय़ां ही कूड़ा डंप करती हैं।
डॉ। हरपाल सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी