- पूरे दिन रहा गाडि़यों का रेला रहने से लोग परेशान

- सफेद लाइन के आगे घंटों खड़ी रहीं कई गाडि़यां

- पहले दिन नहीं दिखी पिक एंड ड्रॉप व्यवस्था

Meerut : आबूलेन की व्यवस्था व्यापारियों के हाथों के आने के बाद थोड़ी चरमराई हुई सी दिखाई दी। जिस पिक एंड एंड ड्रॉप प्लान के बूते पर कैंट बोर्ड के अधिकारियों को भरोसा दिलाया गया था वो भी पहले दिन लड़खड़ा गया। दिनभर चौपहिया वाहन दुकानों के बाहर दिखाए दिए। जबकि शर्त ये थी कि पांच मिनट से ज्यादा वाहन दुकानों के बाहर खड़े हुए नहीं दिखाई देंगे, जिसके कारण आम पैदल चलने वाले लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

व्यवस्था धड़ाम

कैंट बोर्ड के अधिकारियों के हाथों से बामुश्किल आबूलेन की व्यवस्था अपने हाथों में लेने वाले व्यापारी एक फिर से निश्चिंत बैठ गए हैं, जिसकी वजह से आबूलेन की व्यवस्था एक बार फिर से गड़बड़ दिखाई दी। क्रिसमस और न्यू ईयर की शॉपिंग करने आने वालों लोगों के आने की वजह से आबूलेन में दोपहर के बाद से ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई। जोकि शाम तक जारी रही। जाम ऐसा था कि लोगों को चलने में भी काफी मुश्किल हो रही थी। वहीं आबूलेन की कर्मचारियों के व्यवस्था बनाने में पसीने छूट रहे थे। शाम को तो हालत और भी बुरे हो गए थे।

खड़ी रही गाडि़यां

व्यापारियों ने कैंट बोर्ड के अधिकारियों से कहा था कि सफेद लाइन से अंदर किसी भी फोर व्हीलर को पांच मिनट से ज्यादा खड़े नहीं होने दिया जाएगा। अगर कोई उससे ज्यादा समय तक काम होगा तो उसकी गाड़ी को पार्किंग में खड़े होने को कहा जाएगा, लेकिन व्यापारियों की ओर से ऐसा कोई प्रयास नहीं दिखा। कई गाडि़यां दिन से शाम तक खड़ी हुई दिखाई दी। वहीं कई गाडि़यों से ऐसे ग्राहक उतरे, जिन्होंने अपनी गाडि़यां दुकानों के आगे खड़ी की और काफी देर बाद मार्केट से निकले। न तो दुकानदारों ने और न ही व्यापार संघ की ओर से गाड़ी को पार्किंग तक पहुंचाने में कोई जहमत उठाई।

पिक एंड ड्रॉप प्लान फेल

व्यापारियों की ओर से कैंट बोर्ड को अपने प्लान में पिक एंड एंड ड्रॉप प्लान भेजा गया था, लेकिन ये प्लान पहले ही दिन पूरी तरह से धराशाई होता हुआ दिखाई दिया। व्यापार संघ के द्वारा लगाए कर्मचारियों ने इस प्लान की ओर कोई अमल नहीं किया। जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति का सामना करना पड़ा। वैसे भी क्रिसमस और न्यू ईयर की तैयारियां शुरू हो गई है। आबूलेन की ओर शॉपिंग करने को भीड़ बढ़ रही है।

कैंट बोर्ड को सही साबित न कर दें व्यापारी

जिस तरह की तैयारी के साथ व्यापारियों ने पहले दिन व्यवस्था संभाली है, उससे ये बात सही साबित हो जाएगी कि बैरियर ही यहां एकमात्र ऑप्शन है। कैंट बोर्ड के अधिकारी इस बात को पहले ही कह चुके हैं कि उनके नजरे व्यापारियों की व्यवस्था पर रहेगी। उनके ये व्यवस्था स्थाई रूप से नहीं दी गई है। व्यापारियों का पहला दिन था शायद कैंट बोर्ड के अधिकारी इस ओर ध्यान भी न दें, लेकिन कैंट बोर्ड के कर्मचारी पल-पल की रिपोर्ट अधिकारियों को दे रहे हैं। वहीं अधिकारी रोज की रिपोर्ट बनाकर सब एरिया कमांडर को भेज रहे हैं।

आज व्यापारियों के लिए पहला दिन था। हम ऑब्जर्व कर रहे हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं व्यापारी व्यवस्था को काम कायम करने में सफल रहेंगे।

- राजीव श्रीवास्तव, सीईओ, कैंट बोर्ड

अगर पहले दिन की व्यवस्था को लेकर बात की जाए तो ठीक थी। व्यापार संघ अपनी ओर से मेहनत कर रहा है। ट्रैफिक जाम नहीं होने दिया गया। पिक एंड ड्रॉप व्यवस्था भी ठीक रही। सोमवार को कैंट बोर्ड से कर्मचारियों की डिमांड भी की जाएगी।

- राजबीर सिंह, ज्वाइंट सेकेट्री, आबूलेन व्यापार संघ

बॉक्स

ये था व्यापारियों की ओर से प्लान

- बाजार में आने वाले ग्राहकों के चार पहिया वाहन कैंट बोर्ड द्वारा खींची गई सफेद लाइन के अंदर ही खड़े कराए जाएंगे।

- बाजार में आने वाले ग्राहक का वाहन को 4-5 मिनट से ज्यादा बाजार में खड़ा नहीं होने दिया जाएगा।

- पिक एंड ड्रॉप की व्यवस्था रहेगी। ग्राहक अपनी गाड़ी से आए। वहां उतरकर गाड़ी पार्किंग स्थल पर ले जाए।

- व्यापार संघ द्वारा बाजार में साइन बोर्ड लगवाकर आने वाले ग्राहकों से डिवाइडर पर गंदगी न करने, वाहन पार्किंग स्थल पर ले जाकर खड़े करने का अनुरोध किया जाएगा।

- सभी व्यवस्था को करने के लिए व्यापार संघ की ओर से 6 कर्मचारियों को लगाया जाएगा।

- समन्वय के लिए संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता, आबूलेन व्यापार संघ के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह, आबूलेन व्यापार संघ के महामंत्री आकाश खन्ना रहेंगे।

- कैंट बोर्ड की ओर से व्यापारियों का सहयोग करने के लिए दो कर्मचारियों उपलब्ध कराने की अपील की गई थी।