-पिछले एक माह से पांच क्यूसेक गंगाजल रोजाना नाले में

- बुधवार को भी दिनभर बहता रहा जली कोठी नाले में पानी

- महापौर ने पीएल शर्मा स्मारक सीडब्ल्यूआर का किया निरीक्षण

Meerut: एक माह पहले अनौपचारिक रूप से गंगाजल की सप्लाई शुरू की गई थी। मेयर ने अडंगा लगाया तो गंगाजल को सर्किट हाउस क्लियर वाटर रिजर्वायर (सीडब्ल्यूआर) से सप्लाई करने के बजाय नालों में छोड़ा जाने लगा। नाम दिया कि पाइप लाइन साफ कर रहे हैं। पिछले एक माह जल निगम रोजाना करीब 11.25 मिलियन लीटर पर डे (एमएलडी) गंगाजल को जली कोठी और मेघदूत नाले में बहा रहा है। बुधवार को भी दिनभर नाले में गंगाजल बहता रहा।

मेयर पहुंचे, कराई टेस्टिंग

बुधवार को मेयर हरिकांत अहलूवालिया पीएल शर्मा स्मारक स्थित सीडब्ल्यूआर पर पहुंचे। यहां उन्होंने गंगाजल की टेस्टिंग कराई, टेस्टिंग में ओके रिपोर्ट मिलने के बाद मेयर ने कहा कि 2-3 दिन में सप्लाई शुरू हो जाएगा। इस दौरान जलकल के महाप्रबंधक संजीव रामचंद्रन, जल निगम के अधिशासी अभियंता रामतीर्थ, दीपक सक्सेना, पार्षद हरीश कुमार आदि मौजूद थे। सप्लाई से पूर्व मेयर ने सीडब्ल्यूआर की सफाई के निर्देश दिए हैं।

बर्बादी की होगी जांच

बुधवार को नगरायुक्त डीके कुशवाह ने आई नेक्स्ट को बताया कि गंगाजल शहर की जलापूर्ति के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है। पाइप लाइन सफाई के नाम से नालों में गंगाजल के छोड़े जाने को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने जलकल के महाप्रबंधक से स्पष्टीकरण तलब किया है।