- नौचंदी लिंक फिर रद, संगम 11 घंटे लेट
- राज्यरानी सुबह छह घंटे की देरी से रवाना हुई
- बसों में भी कम हुए 25-30 फीसदी पैसेंजर्स
- एक सप्ताह में रोडवेज को लगा एक करोड़ का फटका
Meerut : ठंड से ने जहां लोगों के शरीर को पूरी तरह से अपने शिकंजे में कर लिया है। वहीं रेल और बसों के पहियों को भी जाम कर दिया है। ट्रेनों का हाल का हाल जानें तो कोई भी समय पर नहीं है। लगातार तीन दिनों तक नौचंदी लिंक कैंसल हुआ है। खबर लिखे जाने तक संगम रविवार रात इलाहाबाद से निकली ट्रेन मेरठ नहीं पहुंची है। अगर बसों की बात करें तो रोडवेज की लंबी टूर की बसों के स्टॉपेज टाइम कम कर दिए हैं। ऐसा सवारियां न मिलने के कारण किया गया है। अधिकारियों के साथ पैसेंजर्स अपने-अपने तरीके से परेशान हैं। आइए आपको भी बताते हैं कि इस ठंड में कैसा चल रहा है जनजीवन।
ट्रेनों का पता नहीं कब आएंगी
पिछले कुछ दिनों से बढ़ती ठंड के साथ ट्रेनों की मशीनरी पूरी तरह से अकड़ गई हैं। रफ्तार इतनी धीमी है कि कुछ नहीं कहा जा सकता कि ट्रेनें अपनी मंजिल तक कब पहुंचेगी। सोमवार को नौचंदी एक्सप्रेस साढ़े आठ घंटे लेट थी। जब राज्यरानी ट्रेन को सुबह तय समय से करीब चार घंटे लेट रवाना किया गया। वहीं संगम के आने का टाइम सुबह म्:ब्0 हैं। क्फ् घंटे लेट होने के बाद भी अभी तक स्टेशन पर नहीं पहुंची है।
ये ट्रेनों की स्थिति
- रोज संगम एक्सप्रेस लेट हो रही है क्0 से क्क् घंटे।
- सोमवार को संगम एक्सप्रेस शाम 7:ब्0 तक नहीं मेरठ सिटी नहीं पहुंची।
- संगम जब भी आएगी उसके साड़े तीन घंटे बाद रवाना होगी।
- राज्यरानी सुबह छह घंटे देरी से पहुंची।
- राज्यरानी सुबह साडे़ दस बजे रवाना हुई।
- नौचंदी एक्सप्रेस रोजाना 8 से 9 घंटे तक लेट हो रही है।
- सोमवार को नौचंदी एक्सप्रेस दोपहर ब्:फ्0 बजे मेरठ पहुंची।
- देर रात क्क् बजे रवाना हुई नौचंदी एक्सप्रेस।
- ट्रेनों की बुरी स्थिति को देखते हुए फ्फ् फीसदी पैसेंजर्स की कटौती।
ऑफिशियल स्टैंड
संगम अभी तक नहीं आई है। वैसे उसके शाम पांच बजे तक आने का टाइम था। लेकिन अभी तक नहीं आई है। ट्रेन जब भी आएगी उसके तीन घंटे के बाद उसे रवाना किया जाएगा।
- आरपी त्रिपाठी, स्टेशन अधीक्षक, मेरठ सिटी स्टेशन
बसों को भी नहीं मिल रहे पैसेंजर्स
बसों की भी व्यवस्था भी ठीक नहीं है। लंबे और रोडवेज के सुपरहिट रूटों पर पैसेंजर्स की एकदम से कटौती देखने को मिली है। इसी को देखते हुए रोडवेज ने स्टॉपेज टाइम में भारी कटौती कर दी है। पैसेंजर्स की कटौती का असर रोडवेज की इनकम पर भी पड़ा। पिछले एक हफ्ते की बात करें तो एक करोड़ से सवा करोड़ रुपए नुकसान हुआ है। अधिकारियों को कुछ समझ नहीं आ रहा है कि इस ठंड में क्या किया जाए।
- देहरादून, कानपुर, लखनऊ, आगरा आदि रूटों पर स्टॉपेज टाइम फ्0 घंटे से क्0 मिनट का हुआ।
- रोडवेज के रूटों पर करीब ख्भ् से फ्0 फीसदी तक कम हुए पैसेंजर्स।
- मेरठ रीजन में कुल रोडवेज डिपो भ्। (भैंसाली, मेरठ, सोहराब, गढ़मुक्तेश्वर, बड़ौत)।
- रीजन में चलने वाली कुल बसें 7म्9.
- कुल बसों में निगम बसों की संख्या ब्भ्0.
- कुल बसों में अनुबंधित बसों की संख्या फ्क्9.
- सोमवार को रोडवेज को हुई कमाई 8फ्.भ्0 लाख रुपए।
- रोडवेज की एवरेज कमाई 7भ् लाख रुपए।
- सोमवार को रोडवेज की हुई भ्0 लाख रुपए की कमाई।
- पिछले क् हफ्ते में करीब क् से क्.ख्भ् करोड़ रुपए कर घटा।
ऑफिशियल स्टैंड
ठंड में पैसेंजर्स में थोड़ी कमी आई है। वैसे जिन रूटों पर पैसेंजर्स कम हुण् हैं, वहां के स्टॉपेज टाइम कटौती कर दी गई है। बाकी व्यवस्थाएं भी की जा रही है।
- मनोज पुंडीर, आरएम, मेरठ रीजन