- बहनों की भीड़ के सामने रोडवेज की व्यवस्था चरमराई

- शहर की सड़कों पर बसों के इंतजार में भटकती रहीं महिलाएं

Meerut। रक्षाबंधन के दिन रोडवेज के तमाम दावे फेल हो गए। दिन में बसों के इंतजार में यात्री भटकते दिखाई दिए। खासकर महिला और बच्चों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। बसों में इतनी भीड़ थी यात्रियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर बसों की छतों पर भी सफर किया। साथ ही बहनें बस अड्डों पर बसों के इंतजार में भटकती रहीं।

एक घंटे नहीं आई बस

भैंसाली बस अड्डे पर दिल्ली जाने के लिए खड़ी मिताली ने बताया कि वो पिछले एक घंटे से बस के इंतजार में खड़ी हैं, लेकिन कोई रोडवेज बस नहीं दिखाई दी। गाजियाबाद और मोहननगर की बसों में इतनी भीड़ है कि उनमें सफर करना मुश्किल है। ऐसे में उन्हें काफी परेशानी हो रही है। इसके अलावा बस अड्डे पर सैंकड़ों सवारी ऐसी दिखाई दी। जिन्हे एक-एक घंटे में बस नहीं मिल सकी। मेरठ से आनंद विहार के लिए चलने वाली अनुबंधित बसों की छतों व खिड़की पर भी लोग खड़े थे।

बसों की छत पर सफर

बसों की किल्लत को देखते हुए पुरुष यात्रियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर छतों पर सफर करते दिखाई दिए। खासकर आनंद विहार, बागपत, गाजियाबाद और शामली की बसों में लोगों ने छतों पर बैठकर सफर किया।

जाम में फंसे मुसाफिर

रक्षाबंधन पर टै्रफिक पुलिस की व्यवस्था भी चरमराती नजर आई। सुबह से ही शहर के मुख्य चौराहों और रास्तों पर जाम लगना शुरू हो गया था। जाम का सिलसिला दिनभर चला। दिल्ली रोड, घंटाघर, हापुड़ अड्डे, बेगमपुल चौराहे पर वाहन रेंगते नजर आए।

वर्जन

बहनों को सुविधा देने की पूरी कोशिश की गई है। जाम की वजह से दिल्ली रूट पर कुछ बसें फंस गई थी। जिसके चलते बसों को आने में थोड़ी देरी हो रही थी।

आरके वर्मा, एआरएम

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