- टेंपों में सवार होकर पहुंचे चार दर्जन से ज्यादा ग्रामीण

- महिलाओं ने खून से सने कपड़ों के साथ किया प्रदर्शन

Meerut: गणतंत्र दिवस के दिन किठौर थानाक्षेत्र के गांव राधना में हुए दो पक्षों के बीच मारपीट के मामले में गुरुवार को एक पक्ष ने कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। टेंपो में भरकर आए करीब चार दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों ने पीडि़तों के संग पहले तो एसएसपी ऑफिस में प्रदर्शन किया बाद में डीआईजी ऑफिस का घेराव किया। यहां पर उनकी पुलिस के साथ जमकर नोंकझोंक भी हुई। ग्रामीण महिलाएं डीआईजी ऑफिसर परिसर में ही बैठ गई। कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस प्रशासन विरोधी नारेबाजी की। डीआईजी ने जब मामले को लेकर जांच के आदेश दिए तब जाकर ग्रामीण शांत हुए।

पीडि़त पक्ष पर रिपोर्ट

राधना गांव की आमना पत्‍‌नी युनूस का आरोप है कि गत 26 जनवरी को सुबह मुल्जिमान उमर अली, मोईन, मोहसीन, मुशीर, हैदर, जावेद, इतंजार, जाहिद, राशिद समेत अन्य लोगों ने उनके पोते फराहीन और जेठ के लड़के जाहिद पर हमला कर दिया था। आरोप है कि जान से मारने की नीयत से हमला किया गया था। हमले में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका इलाज चल रहा है। किठौर थाने में मुकदमा दर्ज कराने पर पुलिस ने तीन अभियुक्तों मुल्जिमान उमर अली, मोईन और हैदर को हिरासत में ले लिया। लेकिन पुलिस मामले को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तापक्ष के मंत्री के दबाव होने के चलते पुलिस तीनों की गिरफ्तारी नहीं दिखा रही है और उलटा पीडि़त पक्ष पर ही रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी है।

जांच के आदेश

पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज गुरुवार को कई ग्रामीणों ने पीडि़त पक्ष के संग एसएसपी ऑफिस में प्रदर्शन किया। जिसमें काफी संख्या में महिलाएं भी थीं। एसएसपी ऑफिस में मौजूद सीओ अब्दुल कादिर ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया लेकिन ग्रामीण नहीं माने। इसके बाद उन सभी ने डीआईजी ऑफिस का घेराव कर दिया। यहां पर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश तो उनके साथ धक्कामुक्की भी की गई। महिलाएं डीआईजी ऑफिस परिसर में बैठ गई और प्रदर्शन करने लगीं। उनके हाथ में पीडि़तों के खून से सने कपड़े और जूते भी थे। नारेबाजी करते हुए सभी ऑफिस में घुसने का प्रयास करने लगे। इसके बाद डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने पांच लोगों को ऑफिस में बुलाकर पूरे मामले को जाना। उन्होंने इस मामले में जांच करने का निर्देश जारी करते हुए दोनों पक्षों पर कार्रवाई करने को कहा है।