खुशी की लहर

यह नवजात बच्चा सामान्य बच्चों की तरह नहीं बल्कि तीन किलो छह सौ ग्राम का है। बेटे के आने के बाद अलका के मायके और ससुराल में खुशी की लहर है।

|जच्चा-बच्चा स्वस्थ

गढ़ रोड स्थित तुलसी नर्सिंग होम में अलका की डिलीवरी हुई। बच्चे का भार अधिक होने की वजह से डाक्टरों को आपरेशन करना पड़ा। पहलवान मां का बच्चा भी पूरी तरह पहलवान ही पैदा हुआ है। हालांकि अलका अभी कुछ दिन अस्पताल में ही रहेंगी, लेकिन जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।

"बेटा हो या बेटी, मेरे लिए दोनों बराबर हैं। बेटी होती तो अपनी तरह बनाती। बेटे को पहलवान सुशील की तरह बनाऊंगी। सिजेरियन डिलीवरी है, छह महीने रेस्ट करना पड़ेगा, उसके बाद कुश्ती में उतरूंगी."  

- अलका तोमर, अर्जुन अवार्डी मल्ल