मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू व क्रीड़ा भारती के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे सात दिवसीय नि:शुल्क योग शिविर के दूसरे दिन स्वामी कर्मवीर महाराज ने कहा कि आजकल हार्ट की बीमारी ज्यादा बढ रही है। हार्ट की बीमारी के कारण युवा अवस्था में मौत हो रही है। यह सब कॉलस्ट्रॉल बढने के कारण हो रहा है। इस भागदौड़ भरी जिंदगी में अपने खानपान में सुधार करना होगा। तली चीजों और फॉस्ट फूड से दूरी बनानी होगी और योग करना होगा। उन्होंने कहा कि यही नहीं वर्तमान में लोग मानसिक समस्या से भी गुजर रहे हैं। इसको ठीक करने के लिए योग को अपने जीवन में अपनाना होगा। योग करने से मानसिक शांति मिलती है।

आत्मा और मन पर नियंत्रण
योग आसन शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि शरीर और मन को शांत करने के लिए यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है। योग तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायक है। योग आसन शक्ति शरीर में लचीलेपन और आत्मविश्वास विकसित करने के लिए जाना जाता है। आप तब पूर्ण रूप से स्वस्थ होते हैं तब आप न केवल शारीरिक रूप से अपितु मानसिक एवं भावात्मक रूप से स्वस्थ होते हैं। स्वास्थ का तात्पर्य बीमारी की अनुपस्थिति नहीं हैं। यह जीवन की गतिशीलता हैं जो बताती हैं कि आप कितने ख़ुश, प्रेम और ऊर्जा से भरे हुए हैं।

प्राणायाम तथा ध्यान का तरीका
स्वामी कर्मवीर ने कहा कि योग हमे बैठने का तरीका, प्राणायाम तथा ध्यान संयुक्त रूप से सिखाता हैं। उन्होंने कहा कि योग भारत की पांच हजार साल पुरानी देन है। मगर विडंबना यह है कि भारतीय ही इससे दूर होते जा रहे हैं। जिंदगी की भागदौड़ और सेहत को नजरअंदाज करना शरीर पर भारी पड़ता जा रहा है। इसलिए हमें फिर से अपनी जड़ों से जुडऩे की जरूरत है और योगा को लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाना चाहिए। शुक्रवार को कर्मवीर स्वामी ने महायोग क्रिया। इस दौरान मंडूकासन, पुश विश्रामासान, पवनमुक्तासन, ताड़ासन, नोली क्रिया तथा अग्निसार क्रिया का अभ्यास कराया।

ये रहे मौजूद
इस अवसर पर प्रो। मृदुल कुमार गुप्ता, प्रो। बीरपाल सिंह, प्रो। पवन शर्मा, प्रो। आलोक कुमार, प्रो। दिनेश कुमार, प्रो। विघ्नेश त्यागी, प्रो। बिन्दु शर्मा, प्रो। गुलाब सिंह रूहल, डॉ। अनिल यादव, डॉ। भूपेंद्र कुमार, डॉ। देवेंद्र उज्जवल, सत्यम सिंह, अमरपाल, ईशा पटेल, नवज्योति आदि मौजूद रहे।