-आईपीएल में सट्टेबाज गिरोह का पर्दाफाश, 12 गिरफ्तार

महमूरगंज में चल रहा था पश्चिम बंगाल के सटोरियों का नेटवर्क

जैसे-जैसे आईपीएल का रोमांच बढ़ रहा है वैसे ही सट्टेबाजी भी खूब हो रही है। इस पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही लेकिन इसकी जड़ें काफी गहरी हैं। सट्टा लगाते अभी तक कई पकड़े गए हैं। वहीं सट्टेबाजों के एक बड़े गिरोह का सिगरा पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने संयुक्त कार्रवाई में पर्दाफाश किया। गुरुवार की रात महमूरगंज स्थित एक फ्लैट में दबिश देकर पश्चिम बंगाल के 12 सटोरियों को गिरफ्तार कर लिया गया। मौके से तीन लाख 64 हजार छह सौ रुपये, चार लग्जरी गाडि़यां, मोबाइल फोन और लैपटाप भी बरामद हुए। सभी आरोपितों को जेल भेजने की कार्रवाई चल रही है।

फ्लैट में जमाए थे अड्डा

पश्चिम बंगाल के सट्टेबाज पिछले कुछ दिनों से एक अपार्टमेंट की छठवीं मंजिल पर फ्लैट में डेरा डाले हुए थे। गुरुवार को किंग्स इलेवन पंजाब और हैदराबाद के बीच होने वाले मैच पर दांव लगाया जा रहा था। इसकी सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों ने सिगरा पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम का गठन किया। इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार ओझा और क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्विनी कुमार पांडेय ने फ्लैट पर छापा मारा। मौके से आशीष तिवारी, अश्विनी कुमार असमपुरीया, प्रतीक शर्मा, बलदेव सोनी, गौतम चौधरी, नवल मेहरा, अश्विनी तिवारी, चंदन यादव, संदीप कुमार चौहान, सौरभ सिंह, मनीष तिवारी, राजदेव चौधरी को गिरफ्तार कर लिया। सिगरा इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार ओझा ने बताया कि सट्टेबाजों का गिरोह मैच शुरू होने से पहले भाव तय करता था। जितने और हारने के बाद क्लाइंट से पैसे की वसूली और पैसे बांटने का काम लग्जरी गाडि़यों से होता था। बिचौलियों की तलाश जारी है।