वाराणसी (ब्यूरो)दवा व्यापारियों का कहना है कि इस समय 50 पर्सेंट डॉक्टर खुद ही व्यापारी बन गए हैंउनकी क्लिनिक और हॉस्पिटल्स में दवा की दुकानें खुल रही हैं और मरीजों व परिजनों को वहीं से दवा खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा हैयदि ऐसा ही चलता रहा तो दवा व्यापारी कहां जाएंगेयह गंभीर सवाल रविवार को शहर के कैंट स्थित एक होटल में चल रहे ओसीडीयूपी (आर्गेनाइजेशन आफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट उत्तर प्रदेश) के अधिवेशन में उठातय किया गया कि अब डाक्टर्स की मोनोपोली को तोड़ा जाएगाव्यापारियों ने कहा कि आज कॉरपोरेट अस्पताल व तमाम डाक्टर खुद ही दवा का व्यापार करने लगे हैंअगर ये ही अपनी दुकान चलाएंगे तो आखिरकार दवा व्यापारी क्या करेंगे और कहां जाएंगे

क्या बोले अध्यक्ष

अधिवेशन में एआइओसीडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेएस ङ्क्षशदे ने कहा कि 50 फीसद तो दवा का कारोबार खुद डाक्टर ही कर रहे हैंवे ऐसी दवाएं लिख रहे हैं जो उनकी बताई दुकान पर ही मिलती हैयह भी कहा कि अगर कोई कंपनी बात नहीं सुन रही है तो उसकी दवा नहीं बेचने के फैसले लिए जा सकते हैंइसके लिए उन्होंने सदस्यों को प्रेरित किया

बढ़ रहा नशे का कारोबार

कई प्रतिनिधियों ने रिलायंस समूह के बहिष्कार की मांग कीउन्होंने कहा कि आनलाइन के माध्यम से नशीली दवाओं की आपूर्ति से दवा कारोबार प्रभावित हो रहा हैसरकार इसे रोकने में असफल साबित हो रही हैइस बात को प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के समक्ष उठाने के लिए कहा

यूपी से हो शुरूआत

महाराष्ट्र से आए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अगर यूपी में आनलाइन दवा कारोबार पर रोक लग जाए तो अन्य राज्यों में भी रोका जा सकता हैमहासचिव राजीव ङ्क्षसघल ने सरकार से आनलाइन दवा बिक्री पर रोक लगाने की मांग कीउन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर होलसेल व्यापारी का नुकसान नहीं होने दिया जाएगास्वागत ओसीडीयूपी के अध्यक्ष दिवाकर ङ्क्षसह ने कियामहासचिव सुधीर अग्रवाल ने इस अवसर पर जोन और मण्डल के पदाधिकारियों की घोषणा कीइस मौके पर दवा विक्रेता समिति के अध्यक्ष दिनेश कुमार, महामंत्री संजय ङ्क्षसह, विनोद यादव, आनंद ङ्क्षसह, धीरू ङ्क्षसह आदि मौजूद थेइस दौरान भाजपा के महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, मनीष कपूर, प्रेम मिश्रा, सोमनाथ विश्वकर्मा, अशोक गुप्ता, गौरव जुनेजा, अनुज डिडवानिया, केशव सर्राफ को सम्मानित किया गया.

दवा में छूट के सवाल पर घमासान

शहर में दवा संगठन के अधिवेशन में राष्ट्रीय अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों द्वारा दवा कारोबारियों से दवाओं की बिक्री पर छूट देने संबंधी बयान पर पर घमासान मचा हैपूर्वांचल के दवा कारोबारियों में इसे लेकर रोष व्यक्त करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी हैकेमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष संदीप चतुर्वेदी का कहना है कि वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष व उनकी टीम केमिस्ट हितों की रक्षा करने में पूर्णतया असफल सिद्ध हो रही हैएक तरफ उपरोक्त नेता व उनके सहयोगी आनलाइन दवा बेचने वाली कंपनियों के पिछलग्गू हो गए हैं और जगह उनके कार्यालयों का उद्घाटन करते फिर रहे हैंवहीं, दूसरी तरफ हम सब दवा कारोबारियों को यह नसीहत देते घूम रहे हैं कि दवाओं पर छूट का दायरा बढ़ाइएदवा कारोबारियों का कहना है कि दवाओं का दाम, दवाओं की मार्जिन केंद्र सरकार तय करती हैइस महंगाई व प्रतिस्पर्धा के दौर में उक्त लाभांश पर दवा कारोबारियों का जीवित रह जाना ही दुरूह हो रहा हैउसमें भी कुछ नेता छूट देने की बात कर रहे हैं.