-दो सगे भाइयों को 14 दिनों तक थाने में रखने के मामले में एसपी क्राइम एसएसपी को सौपेंगे रिपोर्ट

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जमीन विवाद में 14 दिन से कैंट थाने में हथकड़ी लगाकर बैठाए गए दो सगे भाइयों

के मामले में इंस्पेक्टर कैंट रतन सिंह यादव फंसते नजर आ रहे हैं। उनके खिलाफ मंगलवार को विभागीय कार्रवाई शुरू हो गयी। प्रारम्भिक जांच में जीडी संग छेड़छाड़ की आशंका है। जिसकी जांच के लिए जांचकर्ता एसपी क्राइम त्रिभुवन सिंह ने रात में जीडी को जांच के लिए मंगाया है। इस बारे में एसएसपी का कहना है कि रिपोर्ट एसपी क्राइम को पांच नवम्बर तक देने को कहा गया है। जांच में जो भी सामने आएगा उसके मुताबिक दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी। वहीं थाने में लगे सीसी कैमरे के फुटेज को भी जांच का आधार बनाया जा सकता है।

खुद पहुंचे थे एसएसपी

बता दें कि दो सगे भाइयों को बगैर किसी लिखा-पढ़ी के 14 दिनों तक हथकड़ी लगाकर थाने में हिरासत में रखने की जानकारी होने के बाद सोमवार को एसएसपी आकाश कुलहरि ने दोनों को खुद थाने पहुंचकर छुड़ाया था। एसएसपी ने इस मामले में कैंट थाना प्रभारी रतन सिंह यादव के खिलाफ जांच एसपी क्राइम को सौंपी है। नदेसर स्थित अभिलाषा कालोनी में रहने वाले सगे भाइयों के पट्टीदार की कुछ माह पूर्व हत्या हो गई थी। हत्या के मामले में कई संदिग्ध को उठाया गया था। हालांकि परिवार द्वारा नामजद तहरीर दी गई थी। इस मामले का खुलासा भी कैंट पुलिस ने कर दिया था। इसके बावजूद भी थाना प्रभारी ने सगे भाइयों शंकर यादव व बलराम यादव को पकड़ लिया। आरोप है कि थाना प्रमुख जमीन लिखवाने का दबाव बनाने लगे और इनकार करने पर फर्जी मामले में फंसाने की धमकी दी। थाने में मिलने आ रहे भाइयों के पिता भी प्रभारी के धमकाने पर आना छोड़ दिए। थाने में दोनों को हथकड़ी लगाकर रखा जाता रहा। इसी बीच एसएसपी को सूचना मिली कि थाने में सगे भाइयों को 14 दिन से रखकर प्रताडि़त किया जा रहा है। इस पर एसएसपी खुद थाने पहुंचे और हथकड़ी खुलवाकर दोनों को साथ ले गए। उन्होंने उनसे पूछताछ की। पूछताछ की वीडियोग्राफी भी कराई। इसके बाद उनसे प्रार्थना पत्र लेकर उन्हें छोड़ दिया गया। थाने में इतने दिनों से रखे जाने के कारण उनकी हालत खराब हो गई थी।