-क्करू के संसदीय क्षेत्र में स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम को लागू करने की शुरू हुई कवायद, केन्द्र सरकार के प्रयास के बाद जल्द होगा कायाकल्प

-जाम का झाम खत्म करने के लिए शासन स्तर पर ट्रैफिक पुलिस की नई टीम शहर को कराई जायेगी मुहैया, दिसम्बर में आ सकती है फोर्स

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अब वो दिन दूर नहीं है जब शहर में जाम का झाम खत्म होगा। सड़क पर गाडि़यों की चिल्ल पो में फंसे लोगों को खाली सड़कों पर फर्राटा भरने का मौका मिलेगा। वजह बनारस का ट्रैफिक सिस्टम अब स्मार्ट होगा। इसकी कवायद पीएम मोदी के बनारस से सांसद बनने के बाद से ही शुरू हो गई थी लेकिन शासन लेवल पर इसको लेकर तेजी दिखाये जाने के बाद अब ये जल्द सपना पूरा होगा। इसकी तैयारी भी पूरी हो चुकी है। इसके तहत सबसे पहले बनारस के ओवरलोड ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए ट्रैफिक पुलिस की स्ट्रेंथ बढ़ाई जायेगी। जिसकी अनुमति डीजी की तरफ से दी जा चुकी है।

हाईटेक इक्विपमेंट से होंगे लैस

दरअसल बनारस की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए कवायद लंबे समय से की जा रही। जिसके तहत डीजी ने ट्रैफिक सिस्टम को स्मूद बनाने के लिए विभाग को चार टीआई, 25 टीएसआई व 675 सिपाही उपलब्ध कराने की बात कही है। सोर्सेज की मानें तो विभाग के इन जवानों के आने के बाद पर्याप्त संख्या में ट्रैफिक पुलिस की स्ट्रेंथ सड़कों पर होगी और जाम की समस्या कम हो जायेगी। विभागीय सूत्रों ने ये भी बताया कि स्मार्ट ट्रैफिकिंग का काम यही नहीं रुकेगा। इसके तहत ट्रैफिक कांस्टेबल्स से लेकर टीएसआई लेवल तक को हाईटेक इक्विपमेंट से लैस किया जायेगा। इसमें मोबाइल से ही चालान करने समेत कई अन्य सुविधाएं शामिल रहेंगी। विभागीय अधिकारी बता रहे हैं कि सब कुछ रेडी है बस फोर्स के आने का इंतजार है। माना जा रहा है कि दिसंबर तक यातायात पुलिस की नई टीम शहर में आ जायेगी और सड़कों पर दिखने भी लगेगी। इस बारे में एसपी ट्रैफिक डॉ। बीएन तिवारी का कहना है कि कई प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन ये प्रयास तभी सफल होंगे जब लोग साथ देंगे और जाम सच में खत्म होगा।

खत्म होगा जाम

-प्रेजेंट में सिटी में एक एसपी, एक टाईआई, सात टीएसआई, 120 कांस्टेबल्स और 200 होमगार्ड्स ट्रैफिक व्यवस्था की कमान संभाले हुए हैं।

- ये फोर्स शहर के लगभग 72 चौराहों पर ट्रैफिक कंट्रोल करने का काम करती है।

- इनमें से एक दर्जन चौराहे काफी बिजी श्रेणी में रखे गए हैं।

- जहां पर दो शिफ्ट्स में ट्रैफिक पुलिस के जवान ड्यूटी करते हैं।

-एक इंटरसेप्टर भी है जो हाईवे पर ट्रैफिक कंट्रोल के लिए लगाया जाता है।