एजुकेशन की राह में रश्मि बागला का सफर 13 साल पहले शुरू हुआ। पति एससी बागला ने 1999 में एजुकेशन की फील्ड में कॅरियर पॉइंट एजुकेशनल सर्विसेज की स्थापना सिगरा में की। हर कदम पर पति के साथ खड़े रहते हुए उन्होंने इंस्टीट्यूट को सफलतापूर्वक चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। हर रोज सफलता की सीढिय़ां चढ़ रहे इंस्टीट्यूट ने 2001 में कॅरियर लांचर दिल्ली से जुड़कर सफलता का नया अध्याय लिखा। एसएसी बागला के साथ ही रश्मि बागला की देखरेख में कैट (एमबीए), क्लैट (लॉ), बीएचयू बीकॉम और सी सैट (सिविल) में संस्थान ने सक्सेज का नया रिकॉर्ड कायम किया। 2008 में इंडियन स्कूल मैनेजमेंट टेक्नालॉजी (पीटीयू से संबंधित) डिस्टेंस एजुकेशन में एमबीए, बीबीए और बीसीए कोर्सेज चालू किया।  

बीज बन रहा वृक्ष

आठ नम्बर 1956 को इलाहाबाद में जन्मीं रश्मि बागला ने बीएचयू से मनोविज्ञान में एमए किया। बीएड काशी विद्यापीठ से किया। 22 नवम्बर 1978 को इनकी शादी एससी बागला से हुई। इन्होंने बीएचयू से एमबीए किया है। शिक्षा के क्षेत्र में जिस बीज को रश्मि बागला और उनके पति ने बोया था वह धीरे-धीरे विशाल वृक्ष का रूप ले रहा है। आज कॅरियर लांचर की ब्रांच सिगरा के साथ लंका में भी है। इसे संभालने की जिम्मेदारी रश्मि बागला पर है। पिछले कई सालों की तरह वह डेली इंस्टीट्यूट पहुंचती हैं। स्टूडेंट्स से इंटरैक्शन करती हैं। उनकी प्रॉब्लम्स को सुनने के साथ उन्हें सॉल्व भी करती हैं।  

स्टूडेंट्स को प्यारी लगती है डांट

एक बेहतरीन कॅरियर काउंसलर की खूबी रखने वाली रश्मि बागला के इन सब काम में उनका खुद का एजुकेशन काफी हेल्प करता है। अपनी मनोविज्ञान की पढ़ाई की वजह से वो स्टूडेंट्स की साइकोलॉजी को बेहतर तरीके से समझ जाती हैं। स्टूडेंट्स की काउंसिलिंग में उनकी काफी रूचि है। बीएड की पढ़ाई की बदौलत स्टूडेंट्स तक टीचर की बात पहुंचाने का तरीका भी जानती हैं। हर वक्त स्टूडेंट्स और उनके गार्जियन्स से बात करने को आतुर रश्मि बागला ने अब तक न जाने कितने लोगों के कॅरियर और फ्यूचर को बनाने में हेल्प की है। वह हर साल एक हजार स्टूडेंट्स को कॅरियर चुनने में मदद करती हैं। गार्जियन्स को भी समझाती हैं कि उनके बच्चे के फ्यूचर के लिए बेहतर रास्ता कौन सा है। वो स्टूडेंट्स में रश्मि मैम के नाम से पॉपुलर हैं।

ड्रीम प्रोजेक्ट है अनंत स्कूल

रश्मि बागला का मानना है कि बीज जितना अच्छा होगा वृक्ष उतना विशाल और मजबूत होगा। इसी सोच के साथ बच्चों के एजुकेशनल फाउंडेशन को मजबूत करने के इरादे से अपनी बहू दीपिका के साथ मिलकर रघुनाथपुर (महमूरगंज) में अनंत स्कूल की स्थापना की। इसमें बच्चों को हेल्दी एटमास्फियर के बीच बेस्ट एजुकेशन दे रही हैं। यहां बच्चों को सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं दिया जा रहा है। उनका मानना है कि सिर्फ किताबों को पढऩे से बच्चे का सर्वांगीण विकास नहीं हो सकता। उसे नेचुरल नॉलेज देना भी जरूरी है। रश्मि की कोशिश से कॅरियर लांचर की हर शाखा का माहौल काफी अच्छा है। यहां साफ-सफाई से लेकर स्टूडेंट्स की पढ़ाई के लिए जरूरी हर सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाता है।

फैमिली का है पूरा सपोर्ट

रश्मि बागला की सफलता के पीछे उनकी खुद की मेहनत जितनी है फैमिली का सपोर्ट भी उतना ही है। पति के साथ जब उन्होंने एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की शुरुआत की तो बेटियों काजल और सुनीति ने इनकरेज किया। सास-श्वसुर का सपोर्ट भी काफी अधिक था। अब एमबीए किए बेटे संकेत और बहू दीपिका हर कदम पर उनके साथ रहते हैं। रश्मि समाजसेवा में भी काफी आगे रहती हैं। इनरव्हील क्लब वाराणसी सेंट्रल में मैगजीन एडीटर के साथ शिक्षण और महिलाओं से संबंधी प्रोग्र्राम की संयोजिका के तौर पर भूमिका निभाती हैं। भारत विकास परिषद शिवा शाखा की महिलाओं और बच्चों के एजुकेशन संबंधी विभिन्न प्रोजेक्ट को आयोजित करती हैं। एजुकेशन की चाह रखने वाले आर्थिक रूप से कमजोर स्टूडेंट की भी खूब मदद करती हैं।