-मुम्बई जाने वाली ट्रेनों में सीट बेचने वाले रहे आरपी और आरपीएफ के निशाने पर

-कैंट स्टेशन पर चेकिंग कर रहे जवानों को देख कूद-फांदकर हुए फरार

VARANASI

लम्बी दूरी की ट्रेनों में जबरन सीट पर कब्जा कर बेचने की शिकायत को जीआरपी और आरपीएफ ने गंभीरता से लिया। अपर पुलिस महानिदेशक (रेलवे) जीएल मीणा के निर्देश पर जीआरपी की टीम सहित आरपीएफ के जवानों ने ट्रेंस में सीट बेचने वालों के खिलाफ रविवार को कैंट स्टेशन पर जबरदस्त चेकिंग अभियान चलाया। मुबंई की ओर जाने वाली ट्रेंस उनके निशाने पर रहीं। टीम को देखते ही ट्रेंस में सीट बेचने वाले कोच से कूदकर फरार हो गए। चेकिंग में कोई हत्थे नहीं चढ़ा लेकिन पैसेंजर्स को काफी सहूलियत मिली।

मिल रही थी शिकायत

जीआरपी इंस्पेक्टर शिव प्रसाद सोनकर ने बताया कि पैसेंजर्स से लगातार शिकायत मिल रही थी कि अवांछनीय तत्व महानगरी एक्सप्रेस के आने से पहले प्लेटफार्मो पर आ जाते हैं। ट्रेन आते ही सीट पर गमछा सहित अन्य सामान रखकर कब्जा जमा लेते हैं। फिर सीट को ऊंचे रेट पर बेच देते हैं। इसमें कुलियों की संलिप्ता भी सामने आयी है। इसकी सूचना पर दो एसआई के साथ ही आधा दर्जन कान्सटेबल को लगाया गया है। जो डेली ट्रेंस की चेकिंग करेंगे। इसी तरह आरपीएफ की ओर से एसआई राजेन्द्र पाण्डेय और जवान वीरभद्र सिंह को निगरानी के लिए लगाया गया है। सहायक सुरक्षा आयुक्त कैंट एसके पाल ने बताया कि सीट बेचने वालों पर नजर रखी जाएगी। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।