-चोलापुर पुलिस का सामना आया कारानामा

-सात साल पहले बिहार पुलिस के हाथों मारे गए इनामी बदमाश के घर पहुंची कुर्की करने

VARANASI

पुलिस जब काम नहीं करती तो उसके ऊपर सवाल उठते हैं और काम करने पर उतर आती है तो उसके कुछ कारनामे हंसने के लिए मजूबर कर देते हैं। पुलिस का इस तरह का एक और कारनामा सोमवार को चोलापुर में देखने को मिला। यहां चोलापुर पुलिस कोर्ट का ऑर्डर लेकर भ्0 हजार के उस ईनामी बदमाश के घर कुर्की के पहुंची जिसे सात साल पहले ही बिहार पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। पुलिस की इस कार्रवाई से जहां मृत युवक के घर नाराजगी थी। वहीं गांव के लोग उसकी खिल्ली उड़ा रहे थे।

पूछताछ कर हो गई वापस

चोलापुर के इमलिया गांव में सोमवार की दोपहर उस समय लोग शॉक्ड हो गए जब पचास हजार के ईनामी रहे दीपक कुमार सिंह उर्फ दीपू के घर चोलापुर थाने में तैनात एसआई गीता यादव, सिपाही कृष्ण मेमन, सुधीर और रविकांत स्पेशल जज गैंगस्टर कोर्ट की तरफ से जारी कुर्की का आदेश लेकर पहुंचे। घर पहुंचने पर जब जानकारी हुई कि दीपक की मौत सात साल पहले ही हो चुकी है तो पुलिस टीम वापस लौट गई। चौंकाने वाली बात ये रही कि ख्009 में दीपक जब देवरिया जेल से फरार हुआ था तो उसके कुछ ही दिनों बाद थाना विक्रमगंज जिला सासाराम बिहार में वहां की पुलिस ने उसे मार गिराया था। उस वक्त चोलापुर पुलिस परिजनों को लेकर शिनाख्त कराने खुद गई थी। इसके बाद भी सोमवार को पुलिस के इस कारनामे से परिजन परेशान हो उठे।

दूसरी बार हुई लापरवाही

जानकारी के मुताबिक दीपक की मौत के बाद ख्0क्0 में भी पुलिस ने एक और कारनामा किया था। उस वक्त कैंट पुलिस ने दीपक की मौत हो जाने के बाद भी उस पर गैंगस्टर का मुकदमा फ्07/ ख्0क्0 कायम किया था। इसी मुकदमे में मृतक के हाजिर न होने पर चोलापुर पुलिस स्पेशल जज गैंगेस्टर कोर्ट के जारी कुर्की का आदेश लेकर मृतक के घर पहुंची थी।

मनीषा के सचिव की हत्या में था

पुलिस के मुताबिक दीपक कुमार सिंह उर्फ दीपू फेमस एक्ट्रेस मनीषा कोइराला के सचिव अजीत देवानी की हत्या में मुख्य अभियुक्त था। इसके अलावा भी उस पर अलग-अलग थानों में कई मामले दर्ज थे।