-रामनगर में हुई भगदड़ के बाद अधिकारी ऑफिसेज से गायब, थानों की फोर्स भी लगा दी गई डोमरी से लेकर शहरी इलाकों तक में

-फरियादी काट रहे दफ्तर व थानों के चक्कर, कई अधिकारियों के हटने से बढ़ी और मुसीबत

Varanasi

रामनगर के डोमरी में जयगुरुदेव के कार्यक्रम के दौरान हुई भगदड़ के बाद कई अधिकारियों को सस्पेंड तो कुछ का ट्रांसफर कर दिया गया है। जो अधिकारी बचे हैं उनके जांच पड़ताल में बिजी होने के कारण कई ऐसे काम आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं जिनको शुरू होने के बाद और तेजी से आगे बढ़ना चाहिए था। इनमें सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना डीएम, कमिश्नर, एडीएम सिटी, एसपी सिटी ऑफिस समेत थानों के चक्कर काट रहे फरियादियों को करना पड़ रहा है।

अटके पड़े हैं काम

रामनगर में हुई इस घटना के बाद से अधिकारी अपने ऑफिसेज से गायब हैं। वहीं हर थानेदार की ड्यूटी भी फोर्स के साथ रामनगर और शहर के दूसरे इलाकों में भीड़ को कंट्रोल करने के लिए लगा दी गई है। इसके कारण न तो ऑफिसेज में अधिकारी मिल रहे हैं और न ही थानों पर थानेदार। जिसके कारण कई काम लटके हुए हैं।

कब आयेंगे साहब?

- डीएम ऑफिस में जमीन और दूसरी फरियाद लेकर आने वालों की भीड़ ज्यादा है।

- सोमवार को भी डीएम के न बैठने से दो दर्जन फरियादी वापस लौट गये।

- निर्वाचन के काम में भी दिक्कत आ रही है।

- घर घर जाकर वोटर बनाने का काम भी सुस्त पड़ गया है।

- एडीएम सिटी को हटाये जाने के कारण परमिशन के लिए फाइलें डप पड़ी हैं।

- एसपी सिटी ऑफिस में भी पासपोर्ट और परमिशन लेटर रुक गए हैं

- सोमवार तक भ्0 से ऊपर परमिशन लेटर फाइलों में फंसे थे।

- थानों पर भी मारपीट, छेड़खानी व अन्य मामलों को लेकर पहुंच रहे पीडि़त एसओ के न मिलने से परेशान हैं।

तीन दिन से डीएम साहब के दफ्तर के चक्कर लगा रहा हूं कोई सुनने वाला ही नहीं है। वो बैठ नहीं रहे हैं। जिसके कारण आता हूं और कुछ देर वेट करके लौट जाता हूं।

रविन्द्र प्रसाद, फरियादी

अपनी जमीन के सिलसिले में डीएम, एसएसपी सभी के पास दौड़ लगा हूं। शुक्रवार को मुलाकात हुई थी। उसके बाद तीन दिन से न तो कोई ऑफिस में और न ही थाने में एसओ मिल रहे हैं।

उमराव, फरियादी