-पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में बजा सपा का डंका

-30 मत के साथ दिया बीजेपी-अपना दल के कैंडिडेट अमित सोनकर को मात

-एक मत अवैध, पहले वोट के साथ दिखा सपा का वर्चस्व

-भितरघात के चलते बीजेपी प्रत्याशी को मिले महज 17 मत

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सपा की हनक को रोक पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है। यह बात गुरुवार को सही साबित हुई। जब पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में सपा की कैंडिडेट ने एकतरफा जीत दर्ज करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर हक जमाते हुए अपना डंका बजाया। पहले वोट के साथ ही सपा ने अपनी जीत की नींव रखी। सपा कैंडिडेट अपराजिता सोनकर जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए सबसे पहले वोट डालने पहुंची। सीधे मुकाबले में अपराजिता सोनकर ने बीजेपी-अपना दल के प्रत्याशी अमित सोनकर को 13 मत से हराया। एक मत को अवैध घोषित कर दिया गया। कुल जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए 47 मत वैध पड़े।

सबसे पहले पहुंची वोट डालने अपराजिता

जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए गुरुवार को एडीएम प्रशासन कोर्ट में मतदान हुई। सुबह 11 बजे शुरू हुए मतदान के लिए सबसे पहले सुबह 11.05 बजे वोट डालने सपा कैंडिडेट अपराजिता सोनकर पहुंची। दोपहर में निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष सुजीत सिंह ने अपने मत का इस्तेमाल किया। बीजेपी-अपना दल प्रत्याशी अमित सोनकर ने सबसे अंतिम में दोपहर ढाई बजे अपने मत का इस्तेमाल करने पहुंचे। कड़ी सुरक्षा के बीच जिला पंचायत सदस्यों ने अपने मत का यूज किया। 30 मत पाने वाली अपराजिता सोनकर को जिला निर्वाचन अधिकारी राजमणि यादव ने विजयी घोषित करते हुए प्रमाणपत्र देने के साथ शुभकामना दी। अपराजिता ने भाजपा-अपना दल प्रत्याशी को 13 मत के अंतर से करारी शिकस्त दी और सपा का परचम लहराया। वहीं, भितरघात के चलते भाजपा-अद के मत में सेंध लगने को लेकर मुख्यालय पर तरह-तरह की चर्चा होती रही।

मतगणना से पहले तय हो गई थी जीत

कलेक्ट्रेट में एडीएम प्रशासन की कोर्ट में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए चल रहे मतदान का फैसला मतगणना शुरू होने के पहले से ही तय हो गया था। अभी अधिकारिक फैसला आया भी नहीं था कि सपा और अपराजिता के समर्थकों ने जीत का जश्न मनाना शुरू कर दिया था, वहीं बीजेपी प्रत्याशी के चेहरे पर हार की शिकन नजर आने लगी थी। वोट डालने जा रहे हर पंचायत सदस्य को देख कर दोनों पार्टी के कार्यकर्ता अपनी जीत का आंकड़ा तय कर रहे थे। मतदान के लिए सुबह 11 से दोपहर तीन बजे तक का समय निर्धारित किया गया था। मगर दोपहर ढाई बजे तक सभी 48 पंचायत सदस्यों ने अपने मत का इस्तेमाल कर लिया था।