- रेलवे ऑनलाइन परीक्षा की पेपर लीक मामले में नगर के एक व्यक्ति को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार

VARANASI : रेलवे बोर्ड की ऑनलाइन परीक्षा में पेपर लीक कराने के साजिश का तार नगर से भी जुड़ रहा है। मामले में एसटीएफ इलाहाबाद यूनिट ने नगर के एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है। जिसकी चर्चा रविवार को दिनभर रही। गिरफ्तार व्यक्ति के बारे में लोगों का कहना है कि बहुत पहले से उसके बारे में नगर में इस तरह की चर्चा है। पहले भी उससे जुड़े एक दो व्यक्ति गिरफ्तार हो चुके हैं। इससे स्पष्ट होता है कि पैसे लेकर रेलवे में नौकरी दिलाने का गिरोह बड़े पैमाने पर सक्रिय है।

दिन भर रही चर्चा

एसटीएफ द्वारा पेपर लीक मामले का सूत्रधार सेक्शन इंजीनियर विनोद कुमार गुप्ता को पकड़े जाने के बाद इस मामले में परत दर परत खुलासा होता गया। बहुत हद तक संभावना है कि आगे भी कुछ नाम सामने आयेंगे। हालांकि पूछताछ के बाद एसटीएफ की टीम अभी सूत्रों को खंगालने में जुटी है। शुक्रवार की रात इलाहाबाद के एक होटल से तीन लोग पकड़े गए थे। उनके पास से तीन लैपटॉप भी बरामद हुए थे। उसमें ऑनलाइन परीक्षा के दूसरे पाली का पेपर मिला। पकड़े गए लोगों में शास्त्री कॉलोनी निवासी शैलेंद्र कुमार सिंह का नाम भी उसके अन्य दो साथी हेमंत रावत और राजेश कुमार पांचाल के साथ शामिल रहा। रविवार को शैलेंद्र का लाबशा कटरा स्थित इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान भी बंद थी। लोगों के अनुसार एसटीएफ की टीम यहां भी जांच पड़ताल करने आई हुई है, पर कोई स्पष्ट नहीं कर पा रहा।

सूत्रों के अनुसार लंबे अर्से से नगर में रेलवे में पैसे लेकर नौकरी दिलाने का गोरखधंधा चल रहा है। इसे खुलासे तक किसी को यह अंदाजा नहीं था कि इस गोरखधंधे में पेपर लीक कराकर साल्व कराए जाने तक का खेल शामिल है।