बनारस मोक्ष की नगरी है। रोजाना सैकड़ों डेडबॉडीज का यहां इस विश्वास के साथ अंतिम संस्कार होता है कि उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होगी। मगर अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट तक का सफर मुश्किलों भरा होता है। मगर अब चिंता की बात नहीं। मोक्ष से पहले अंतिम सफर अब गंगा की लहरों पर होगा। एक खास बोट से जिसके लिए कोई चार्ज भी नहीं देना होगा। आप भी देखिये क्या है पूरा माजरा, अंदर के पेज पर

- अस्सी घाट पर सेंट्रल फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने जल शव वाहिनी बोट का किया लोकार्पण

- घाट पर किया संत मोरारी बापू की राम कथा का श्रवण और उनका सम्मान

VARANASI : बनारस में रोजाना सैकड़ों शव अंतिम संस्कार के लिए मणिकर्णिका घाट और हरिश्चन्द्र घाट लाए जाते हैं। मगर इनका श्मशान तक पहुंचे का सफर मुश्किलों भरा होता है। ट्रैफिक जाम, व्हीकल पार्किंग और गलियों की भूल-भूलैया जैसी समस्याएं किसी अपने के मौत के गम से ज्यादा दुखदायी साबित होती हैं। मगर केंद्र सरकार की पहल इस मुश्किल में राहत देने की है। अब गंगा में बोट के जरिये राजघाट या अस्सी घाट से मणिकर्णिका और हरिश्चन्द्र घाट तक शव ले जाए जा सकेंगे। इसके लिए स्पेशल बोट की व्यवस्था की गयी है जिसे जल शववाहिनी नाम दिया गया है। इससे भी खास ये कि इस बोट सेवा के लिए कोई चार्ज भी नहीं देना होगा।

अरुण जेटली ने किया लोकार्पण

सेंट्रल फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने प्रख्यात कथा वाचक संत मोरारी बापू के साथ शनिवार को जल शव वाहिनी का लोकार्पण अस्सी घाट पर किया। उन्होंने बटन दबाकर बोट शुरू कर उसे रवाना किया। काशी की परम्परा का निर्वाह करते उपस्थित लोगों ने हर हर महादेव के उद्घोष किया। पुरोहितों ने नारियल फोड़ा और मंगलाचरण किया। वित्त मंत्री व मोरारी बापू ने मां गंगा को प्रणाम कर जल शव वाहिनी को गंगा को समर्पित किया।

गंगा सेवार्थ बापू ने दिए 11 लाख

जल शव वाहिनी को गंगा को समर्पित करने के बाद अरुण जेटली अस्सी घाट पर चल रहे संत मोरारी बापू की कथा सुनने भी पहुंचे। आधे घंटे से भी अधिक समय तक कथा का श्रवण किया। उन्होंने मोरारी बापू का सम्मान भी किया। यहां मोरारी बापू ने गंगा सेवा के लिए 11 लाख रुपये देने की घोषणा की। प्रोग्राम में पीएमओ के प्रमुख सचिव नृपेंद्र मिश्र, संयुक्त सचिव एके शर्मा, प्रधानमंत्री के निजी सचिव तन्मय, मेयर रामगोपाल मोहले, विधायक ज्योत्सना श्रीवास्तव, रवींद्र जायसवाल, केदारनाथ सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष सुजीत सिंह, भाजपा काशी क्षेत्र के अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य, संगठन मंत्री चंद्रशेखर, जिलाध्यक्ष नागेंद्र रघुवंशी, महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि, केशव जालान, सूर्यकांत जालान के साथ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।

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बनारस को मिलेगी नये हाइवे की सौगात

-फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने मीडिया से बातचीत में खींचा बनारस के विकास का खाका

-कहा, काशी के विकास को लेकर सरकार है संजीदा, तीन साल में बदल जायेगा यहां का नजारा

VARANASI: सेंट्रल गवर्नमेंट के फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने बनारसियों को एक बार फिर से उम्मीदों की रंगीन दुनिया दिखाई है। साथ ही देश के विकास में विपक्ष को बड़ा अवरोध भी बताया। बीएचयू के सेंट्रल ऑफिस में शनिवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि दस महीने में उनकी सरकार ने काशी के विकास की बड़ी योजनाएं तैयार की हैं। जल्द ही उनकी घोषणा पीएम नरेन्द्र मोदी या उनके दूत करेंगे।

तीन साल में बदल जायेगी काशी

अरुण जेटली ने कहा कि तीन साल में काशी का एक दूसरा ही रूप आप के सामने होगा। बनारस के डेवलपमेंट के लिए एक नये हाइवे के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। साथ ही शहर की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सिटी के बाहर रिंग रोड बनाया जायेगा। कहा कि इससे काशीवासियों को न केवल बेहतर ट्रैफिक की सुविधा मिलेगी बल्कि व्यापार भी बढ़ेगा। गंगा पर कहा कि पिछले दिनों इस बाबत पीएम के साथ कई मीटिंग हुई है। जल्द ही इस पर एक ठोस प्लैन तैयार कर लिया जायेगा।

विपक्ष रोक रहा है विकास

भूमि अधिग्रहण कानून पर उन्होंने कहा कि हमने इस बिल को प्रेस्टीज इश्यू नहीं बनाया है। तकरीबन नौ बार इस बिल में संशोधन किये जा चुके हैं। असली दिक्कत तो विपक्ष पैदा कर रहा है। वह नहीं चाहता है कि इस देश में विकास की बात हो। ख्0क्फ् भूमि अधिग्रहण कानून में बहुत सी कमियां हैं जिनके चलते रूरल में विकास का पहिया नहीं घूम पा रहा है। इसलिए हम इस नये कानून की वकालत कर रहे हैं।

ब्लैक मनी प सरकार गंभीर

कालेधन पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि फ्क् मार्च तक संसद में उन सभी लोगों के नाम को पेश कर दिया जायेगा जिन्हें विदेशों में काला धन रखने के मामले में चिन्हित किया गया है। इनकी संख्या 77 है और इन पर आपराधिक प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। काले धन को लेकर सरकार ने एक कड़े कानून का मसौदा भी तैयार किया है जिसे जल्द ही सदन में पेश किया जायेगा।

बॉक्स

स्टिंग की राजनीति गलत

दिल्ली के चीफ मिनिस्टर अरविंद केजरीवाल के स्टिंग आपरेशन के सवाल पर वित्तमंत्री ने सीधे और सपाट कहा कि स्टिंग गलत है। इस तरह की एक नई राजनीति शुरू हुई है जिसे नहीं होना चाहिए था।