- फेमस कथक डांसर सितारा देवी की अस्थियों को मां गंगा की लहरों में किया गया प्रवाहित

VARANASI: प्रख्यात कथक डांसर सितारा देवी की अस्थियां शुक्रवार को उनके मायके बनारस में मां गंगा की लहरों में प्रवाहित कर दी गयी। पूरा परिवार नाव पर सवार होकर बीच गंगा में पहुंचा और कर्मकांड संपन्न कराने के बाद अस्थियों को गंगा में विसर्जित कर दिया गया। फैमिली के लोगों में विकास महाराज, रविशंकर मिश्रा, कुमार लाल मिश्र आदि शामिल थे। सितारा देवी की अस्थियों को लेकर उनके बेटे रंजीत बरोत, बहू माया बरोत, पोती मल्लिका बरोत व नातिन श्रृषिका बरोत मुंबई से शुक्रवार की सुबह बनारस पहुंचे। यहां से पूरी फैमिली कैंटोन्मेंट स्थित एक होटल पहुंची। यहां से फैमिली मेंबर्स शाम को कबीरचौरा स्थित सितारा देवी के मायके पहुंचे। जहां सितारा देवी के भाई मोहन कृष्ण, पौत्र व शिष्य विशाल कृष्ण और पूरी कलाकार बिरादरी मौजूद थी। यहां अस्थिकलश को अंतिम दर्शन के लिए कुछ देर रखने के बाद उसे मणिकर्णिका लाया गया। पूरा परिवार नाव पर सवार होकर बीच गंगा में पहुंचा और कर्मकांड संपन्न कराने के बाद अस्थियों को गंगा में विसर्जित कर दिया गया। फैमिली के लोगों में विकास महाराज, रविशंकर मिश्रा, कुमार लाल मिश्र आदि शामिल थे। सितारा देवी की अस्थियों को लेकर उनके बेटे रंजीत बरोत, बहू माया बरोत, पोती मल्लिका बरोत व नातिन श्रृषिका बरोत मुंबई से शुक्रवार की सुबह बनारस पहुंचे। यहां से पूरी फैमिली कैंटोन्मेंट स्थित एक होटल पहुंची। यहां से फैमिली मेंबर्स शाम को कबीरचौरा स्थित सितारा देवी के मायके पहुंचे। जहां सितारा देवी के भाई मोहन कृष्ण, पौत्र व शिष्य विशाल कृष्ण और पूरी कलाकार बिरादरी मौजूद थी। सितारा देवी की अस्थियों को लेकर उनके बेटे रंजीत बरोत, बहू माया बरोत, पोती मल्लिका बरोत व नातिन श्रृषिका बरोत मुंबई से शुक्रवार की सुबह बनारस पहुंचे। यहां से पूरी फैमिली कैंटोन्मेंट स्थित एक होटल पहुंची। यहां से फैमिली मेंबर्स शाम को कबीरचौरा स्थित सितारा देवी के मायके पहुंचे। जहां सितारा देवी के भाई मोहन कृष्ण, पौत्र व शिष्य विशाल कृष्ण और पूरी कलाकार बिरादरी मौजूद थी। सितारा देवी की अस्थियों को लेकर उनके बेटे रंजीत बरोत, बहू माया बरोत, पोती मल्लिका बरोत व नातिन श्रृषिका बरोत मुंबई से शुक्रवार की सुबह बनारस पहुंचे। यहां से पूरी फैमिली कैंटोन्मेंट स्थित एक होटल पहुंची। यहां से फैमिली मेंबर्स शाम को कबीरचौरा स्थित सितारा देवी के मायके पहुंचे। जहां सितारा देवी के भाई मोहन कृष्ण, पौत्र व शिष्य विशाल कृष्ण और पूरी कलाकार बिरादरी मौजूद थी।