-गणेश प्रतिमा को गंगा में विसर्जित करने की जिद पर अड़े पूजा समिति के लोग, गोदौलिया पर जारी है प्रदर्शन

-समर्थन में साधु संतों ने त्यागा अन्न-जल, हजारों लोग आए साथ

-हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकताओं ने बनारस बंद कराने के लिए निकाला जुलूस, कई जगहों पर मारपीट

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गणपति बप्पा की प्रतिमा को गंगा में विसर्जित करने की जिद पर अड़े लोगों का प्रदर्शन गोदौलिया चौराहे पर लगातार 24 घंटे से जारी है। प्रतिमाओं के गंगा में विसर्जित न करने के हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ हजारों की संख्या में लोग सड़क पर सोमवार की पूरी रात धरने पर बैठे रहे। ये धरना मंगलवार को भी जारी रहा और इसमे साधु संतों के अलावा शहर की लगभग 280 दुर्गा पूजा समितियों का भी समर्थन मिल गया। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और महंत बालकदास ने गोदौलिया बांसफाटक रोड पर धरने पर बैठे लोगों के बीच पहुंचकर प्रशासन के अडि़यल रवैये के खिलाफ अन्न-जल त्यागने की घोषणा कर दी। दोनों का कहना था कि अब वे गंगा स्नान भी तभी करेंगे जब बप्पा का विसर्जन गंगा में होगा। वहीं आंदोलन के समर्थन में उतरी हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को बनारस बंद करने का ऐलान कर दिया और पूरा दिन जुलूस निकालकर दुकानें बंद कराई। इस दौरान कार्यकर्ताओं की लंका और भेलूपुर में दुकानदारों से नोकझोंक भी हुई जबकि बेनियाबाग में दुकानें जबरदस्ती बंद कराने के दौरान पुलिस ने इनको डंडा पटककर खदेड़ा।

लग गया तंबू

आसभैरव स्थित काशी मराठा गणेश उत्सव समिति की गणेश प्रतिमा को पुलिस प्रशासन ने सोमवार शाम लगभग सात बजे गोदौलिया चौराहे से पहले ही हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए हुए विसर्जन करने से रोक दिया था। जिसके बाद समिति के सदस्यों के साथ क्षेत्रीय दुकानदार और हजारों लोग वहीं धरने पर बैठ गए थे। पूरी रात निष्कर्ष नहीं निकला और मंगलवार सुबह होते ही मौके पर लोग जुटने लगे। तेज धूप के चलते धरनास्थल पर तंबू भी लग गया और भजन-कीर्तन चलता रहा। इसके बाद भी प्रशासन मूकदर्शक बना रहा। बीच बीच में पुलिस एक्शन में आने की तैयारी करती तो लोग उग्र हो जाते। जिसके कारण पुलिस को पीछे हटना पड़ रहा था।

प्रदर्शन में झेल गई पब्लिक

बप्पा को लेकर दो 24 घंटे से भी ज्यादा समय से चल रहे प्रदर्शन के कारण सबसे ज्यादा फजीहत पब्लिक को उठानी पड़ी। बांसफाटक-गोदौलिया रोड पर प्रतिमा संग बैठे लोगों के कारण इस ओर आने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए। जिसके कारण स्कूल बसें, दूध वैन और अन्य जरूरत के सामानों की गाडि़यां गोदौलिया से आगे नहीं जा सकी। हालात ये रहे कि स्कूल बसों को छोड़कर बच्चों को पैदल ही घर जाना पड़ा। वहीं बनारस घूमने आये सैलानियों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ी।

बंद रहा मार्केट

बप्पा की प्रतिमा गंगा में विसर्जित किए जाने की मांग को लेकर दो से तीन हजार से भी ज्यादा लोगों का हुजूम गोदौलिया पर डटा रहा। इसके समर्थन में हिन्दू युवा वाहिनी ने चौक, गोदौलिया, बांसफाटक, लंका, लक्सा, भेलपुर की दुकानें बंद करा दी। लंका और भेलूपुर में दुकानें बंद कराने के दौरान मारपीट भी हुई। जिसमें पुलिस ने एक कार्यकर्ता को पकड़ा भी है। वहीं बजरंग दल ने इसके समर्थन में रोडवेज पर चक्काजाम कर दिया। लगभग एक घंटे बाद जाम को समझाबुझा कर खत्म कराया गया।

किसी हाल में गंगा में विसर्जन नहीं होने दिया जायेगा। ये कोर्ट का आदेश है और जो भी लोग इसे नहीं मान रहे हैं उनके खिलाफ अवमानना का मामला बनेगा।

राजमणि यादव, डीएम

बप्पा को रोकना गलत है। हमारे आराध्य हैं और उन्होंने प्रशासन की जिद के कारण 24 घंटों से कुछ नहीं खाया है। जिसके कारण संत समाज भी अन्न जल त्याग कर विरोध करेगा। अब हम तभी कुछ खायेंगे और जल पीयेंगे जब बप्पा गंगा में विसर्जित होंगे।

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद, श्री विद्या मठ