वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस त्योहारों का शहर है। यहां हर त्योहार उत्सव की तरह मनाए जाते हैं। यही वजह है कि हर त्योहार पर मिलावटखोर सक्रिय हो जाते हैं। दिवाली को देखते हुए एक बार फिर शहर में मिलावटी मिठाईयां खपाने की कोशिश शुरू हो गई है। संबंधित विभागों की मानें तो यहां कोलकाता से मिलावटी मिठाईयों की खेप आती है, जिसे शहर में विभिन्न दुकानों पर खपाया जाता है। इस बार भी मिलावटखोर सक्रिय हो गए हैं, लेकिन उनके साथ ही खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन के साथ पुलिस भी सक्रिय हो गई है.
कोलकाता से आती हैं
शहर में नकली मिठाईयों का कारोबार कोलकाता से किया जाता है। सूत्रों के अनुसार कई वर्षों से लगातार कोलकाता से नकली काजू की बïर्फी के साथ अन्य खोये की मिठाईयों की डिलीवरी की जाती है। इसे देखते हुए शहर के अंदर सघन अभियान चलाया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो यहां काजू बर्फी के नाम पर कोलकाता से आने वाली मूंगफली की बर्फी खपाई जाती है, जिसे पूर्व में पकड़ा भी जा चुका है.
रेलवे से रोड तक जांच
त्योहारी सीजन में मिठाईयो की कालाबाजारी रोकने के लिए अभियान तेज किया गया है। प्रशासन को उम्मीद है कि कोलकाता से रोड और रेल से ही मिठाईयों की खेप आएगी। पुलिस विभाग की तरफ से शहर में आने वाले सभी रूटों पर चेकिंग की जा रही है। यही नहीं जीएसटी के प्रवर्तन दल के द्वारा रेलवे की सभी बोगियों की पड़ताल की जा रही है.
कैसे करें पहचान
- खोये की मिठाई लेते समय उसमें थोडी सी चीनी मिलाये अगर वह पानी छोड़ती है तो नकली है
- शुद्ध खोये की मिठाई होगी तो मुंह में चिपकेगी नहीं इसलिए खरीदने से पहले टेस्ट करें
-खोये को रगड़ कर देखे यदि असली होगा तो खूशबू ज्यादा देर तक आएगी
27 दुकानों पर छापेमारी
खाद्य विभाग की तरफ से शुक्रवार को शहर के 27 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई। छापेमारी में चना दाल से बनी नकली मिठाई पाये जाने पर 1708 किलो ग्राम मिठाई जब्त करते हुए 102480 रुपये का चालान किया गया। इसके साथ ही शिवपुर रिंग रोड के पास 129 किलोग्राम दुर्गंधयुक्त खोया मिलने पर जब्त करते हुए 38700 रुपये का जुर्माना किया गया। फेस्टिव सीजन को ध्यान में रखते हुए खाद्य विभाग की तरफ से अबतक 159 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण करते हुए 42 पर छापामार कारवाई की गई है और 74 नमूने लिए गये हैं.
मिलावट के सबंध में यदि हमें कहीं भी सूचना या जानकारी मिलती है तो उसका तत्काल वैज्ञानिक परीक्षण करवाते हुए वैधानिक कारवाई की जाती है.
आरएस गौतम, डीसीपी काशी
मिलवाटी खाद्य पदार्थों की सूचना मिलने पर हमारी तरफ से लगातार कारवाई की जा रही है। जहां भी हमें संदेह होता है, वहां हम तुरंत जांच करवाते हुए एक्शन लेते हैं.
संजय प्रताप सिंह, सहायक आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन