-लाइब्रेरी 24 घंटे खोलने व निष्कासित स्टूडेंट्स की बहाली की मांग को लेकर आइसा-जेएनयू ने की सभा

-सभा के विरोध में पत्थरबाजी से लंका पर मची जमकर भगदड़, बंद कराई गई दुकानें

VARANASI

बीएचयू में ख्ब् घंटे लाइब्रेरी खोलने और निष्कासित स्टूडेंट्स की बहाली की मांग को लेकर जेएनयू-आइसा के छात्रों की सभा के दौरान बीएचयू के स्टूडेंट्स ने पत्थरबाजी की, जिससे लंका चौराहे पर कुछ देर के लिए भगदड़ मच गई। देखते ही देखते बीएचयू के स्टूडेंट्स ने दवा की दुकानों पर भी ईट-पत्थर चलाकर उन्हें बंद कराया और वहां खड़े वाहनों को भी डैमेज कर दिया। इससे पहले दोपहर से ही पुलिस-प्रशासन बीएचयू गेट पर पूरी तैयारी से डट गई थी। पुलिस ने जेएनयू-आइसा के छात्रों को सभा न करने के लिए समझाया। इसके बावजूद उन्होंने सभा का आयोजन किया।

स्टूडेंट्स ने लगाये वीसी विरोधी नारे

बीएचयू के छात्र भी शुरू से ही इस सभा के विरोध में डटे रहे। इस दौरान वो दो बार पुलिस घेरे को तोड़कर सभास्थल की तरफ बढ़े लेकिन पुलिस ने किसी तरह उनको समझा-बुझाकर रोक दिया लेकिन तीसरी बार में वो सफल हो गए। बवाल बढ़ता देख प्रशासन ने बल प्रयोग कर जेएनयू और आइसा छात्रों की सभा को समाप्त कराया। इसके बाद छात्रों ने बीएचयू कुलपति, बीजेपी व आरएसएस विरोधी नारे लगाए और जुलूस निकालकर अस्सी की तरफ बढ़े।

अस्सी पर भी मचा बवाल

अस्सी घाट पहुंचकर छात्रों ने सुबह- ए-बनारस के मंच पर सभा की। यहां भी एक युवक सभा में पहुंचकर भारत माता की जय का नारा लगाने लगा। इसके बाद सभा कर रहे छात्रों की उससे झड़प हो गई। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने युवक को पकड़ कर जीप में बैठा लिया।

लाल सलाम का लगा नारा

जेएनयू व आइसा छात्रों ने सभा में लाल सलाम और जय भीम का नारा लगाते हुए अपनी सभा को समाप्त किया। सभा में मुख्य रूप से शेहला राशिद (उपाध्यक्ष, जेएनयू छात्र संघ), रामा नाग (महासचिव,जेएनयू,छात्रसंघ) किसलय (पूर्व महासचिव,एफ टीआइआइ, पुणे), अनुराग अनंत (छात्र नेता (बाबा भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी, लखनऊ) आदि स्टूडेंट्स शामिल रहे।