-बीएचयू में जातीय उत्पीड़न व रोहित बेमुला हत्या के विरोध में भाविमो से जुड़े दो कार्यकर्ता पहुंचे डीएम के पास

-डीएम के समझाने पर नहीं माने तो कराया गिरफ्तार

VARANASI

पीएम का विरोध या काले झंडे को रोकने के बारे में अभी जिला प्रशासन रणनीति ही बना रहा था कि अचानक गुरुवार को उसके होश उड़ गए। जब दो युवक डीएम ऑफिस पहुंचे और उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को काले झंडे दिखाने की अनुमति मांगी। वे बीएचयू में जातीय उत्पीड़न और रोहित बेमुला की हत्या का विरोध कर रहे थे। अनुमति पत्र देख डीएम ने पहले दोनों युवकों को समझाया। मगर अपनी बात पर अडिग रहने पर डीएम ने दोनों युवकों को गिरफ्तार करने का आदेश दे दिया।

बीएचयू आ रहे हैं पीएम

पीएम नरेंद्र मोदी ख्ख् फरवरी को बीएचयू और संत रविदास मंदिर आ रहे हैं। इससे पहले गुरुवार को भारतीय विद्यार्थी मोर्चा के राष्ट्रीय प्रभारी प्रो। विलास खरात और कार्यकारी राज्य अध्यक्ष विजय प्रताप भारती डीएम ऑफिस पहुंचे। दोनों युवकों ने डीएम की कोर्ट में अनुमति लगाते हुए बीएचयू और रविदास मंदिर आगमन पर पीएम नरेंद्र मोदी को काला झंडा दिखाने और विरोध प्रदर्शन की अनुमति मांगी। पहले डीएम ने दोनों युवकों को समझाया। मगर नहीं मानने पर उन्होंने दोनों को तत्काल गिरफ्तार करने का आदेश देते हुए क्07 (क्म्) में पाबंद करने का फरमान सुना दिया। दोनों युवकों को शाम करीब छह बजे एक-एक लाख रुपए का निजी जमानत देने पर रिहा कर दिया गया। भारतीय विद्यार्थी मोर्चा की ओर से डीएम को संबोधित ज्ञापन में रोहित वेमुला की हत्या और बीएचयू में हो रहे जातीय उत्पीड़न को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को ख्ख् फरवरी को उनके वाराणसी आगमन पर काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति मांग रहे थे। वहीं मोर्चा के राष्ट्रीय प्रभारी विलास खरात ने गिरफ्तारी को बेवजह और अकारण बताते हुए गलत ठहराया और आंदोलन करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि पूरे देशभर में आंदोलन किया जाएगा और ख्ख् फरवरी को भी आंदोलन तय है।