सुबह मचा हड़कंप

शुक्रवार की सुबह कैंट रेलवे स्टेशन पर हड़कंप मचा हुआ था। सूरत से आई यह एक्सप्रेस ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर रुकी। इसी बीच इसके पार्सल कोच को खोलने के लिए विभाग के कर्मचारी पहुंचे। उन्होंने जब बोगी की सील खोली तो अंदर का सीन देख उनके होश उड़ गए। पार्सल बोगी में रखा सारा माला उथल-पुथल पड़ा था। कर्मचारियों ने इसकी सूचना अधिकारियों को दी। मौके पर पहुंचे  आरपीएफ व पार्सल विभाग के ऑफिसर्स ने सारा वाकया जानने के बाद पार्सल के ओनर प्रमोद तिवारी को इंफॉर्म किया

बच गया माल

ऑफिसर्स के बुलावे पर पहुंचे प्रमोद ने बताया कि उनका लहरतारा में ऑफिस है। वहां साड़ी के रॉ मैटीरियल को मंगवा कर उसपर प्रिंट और इंब्रायडरी कर साडिय़ां तैयार की जाती हैं। प्रमोद के मुताबिक चोरों ने पार्सल कोच से सटे बाथरूम की सीलिंग की प्लाई को काटकर अंदर घुसने की कोशिश की लेकिन वो घुस पाने में कामयाब नहीं हो सके। उन्हें इस ट्रेन के जरिये आए अपने पार्सल्स में से 62 नग माल के 21 पैकेट्स फटे हुए मिले। उन्होंने कोई कंप्लेन नहीं की है।

दो साल पहले 12 लाख का माल हुआ था गायब

चलती ट्रेन में पार्सल चुराने का खेल कोई नया नहीं है। दो साल पहले भी ताप्ती गंगा एक्सप्रेस ट्रेन से ही प्रमोद तिवारी की 12 लाख रुपये कीमत की साडिय़ां गायब हुई थीं। आरपीएफ के ऑफिसर्स की मानें तो इलाहाबाद से वाराणसी का रूट पार्सल चोरों को खूब भाता है। लेकिन चलती ट्रेन में हो रही पार्सल की चोरी से एक सवाल ये उठता है कि ट्रेनों में आरपीएफ का स्कोर्ट न होना।