वाराणसी (ब्यूरो)बनारस में बाहरियों द्वारा टप्पेबाजी, ठगी की फाइल बंद भी नहीं हुई कि अब गठरी वाले ठग एक्टिव हो गए हैैंयहां धड़ल्ले से दिल्ली से लाकर डुप्लीकेट प्रोडक्ट को बेचा जा रहा हैभोली-भाली जनता को आधी कीमत पर ब्रांडेड कंपनियों का प्रोडक्ट बेचने का लालच दिया जा रहा हैइस कारण व्यापार पर भी बुरा असर पड़ रहा हैइसको लेकर व्यापार जगत ने भी विरोध जताया हैबताया जा रहा है कि दिल्ली से लगभग 1500 की संख्या में आए गठरी वालों ने शहर में ठिकाना बनाया हैये शातिर फेरीवाले बनकर छोटे कस्बों, बाजार व गांव की महिलाओं के साथ छोटे व्यापारियों को बरगलाने में लगे हैं.

नहीं करते शिकायत

ये शातिर महिलाओं के साज-सज्जा के सामान, डिफरेंट टाइप के जेवर, अंडर गारमेंट्स, पार्लर प्रोडक्ट, मेकअप बॉक्स समेत सैकड़ों नकली माल लाते हैैंफिर इन्हें टारगेट एरिया में ले जाकर असली बताकर बेचते हैंओरिजनल जैसे दिखने वाले प्रोडक्ट को सीधे-साधे लोग आसानी से खरीद लेते हैंअधिकतर केसेज में लोग पुलिस को कंप्लेन देने से भी बचते हैैंमाल बेचने के लिए ये गिरोह चार-पांच की संख्या में कार से निकलता है.

डेढ़-दो साल से एक्टिव

बनारस में ये लोग हाल के डेढ़-दो साल से एक्टिव हैैंइनके निशाने पर बनारस के अलावा इलाहाबाद, लखनऊ, कानपुर समेत प्रदेश के कई शहर हैंपूर्वांचल के आजमगढ़, मऊ, बलिया, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर समेत मध्य प्रदेश के रीवा, छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर और बिहार में भी इनका नेटवर्क फैल चुका है.

डर ही है इनकी ढाल

गठरी वालों के द्वारा 15 हजार रुपए के पार्लर और साज-सज्जा के तीन सेट का पैकेज व्यापारियों को 40 से 50 हजार रुपए में बेचा जाता हैइसके बाद भी व्यापारी पुलिस में कंप्लेन देने से बचता हैक्योंकि उसके द्वारा खरीदे गए सभी प्रोडक्ट ओरिजनल कंपनियों के डूप्लीकेट होते हैैंव्यापारी को कॉपीराइट और नकली माल के खरीद-फरोख्त में कार्रवाई का डर रहता है.

इन प्रोडक्ट की करते हैैं बिक्री

हार सेट, मेकअप का सामान, लेडिज पर्स, लेडिज अंडर गारमेंट्स, पार्लर प्रोडक्ट, चूड़ीकेस, मेकअप बॉक्स, खिलौने, रिंग, कान बाली, लौंग समेत सैकड़ों सामान.

शहर में दिल्ली के ठगों के घूमने की जानकारी मिली हैये लोग दिल्ली से डुप्लीकेट माल लाकर यहां बेचते हैं, जिससे बनारस का नाम खराब हो रहा हैऐसे लोगों के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई होनी चाहिएव्यापार संगठन की ओर भी इसकी शिकायत की जाएगी.

-अजित बग्गा, अध्यक्ष, वाराणसी व्यापार मंडल