वाराणसी (ब्यूरो)जलस्तर में प्रति घंटे 3 सेंटीमीटर की दर से बढ़ोतरी के चलते गंगा लाल निशान से महज 10 सेमी ही दूर रह गई हैबाढ़ की वजह से हजारों हेक्टेयर फसल डूब गई है, वहीं लाखों की आबादी का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया हैबाढ़ के कारण वरुणा में पलट प्रवाह के चलते तीन दर्जन से ज्यादा कॉलोनी और 140 गांवों के लोग प्रभावित हुए हैंसैकड़ों लोगों के मकान बाढ़ के पानी से घिर गए हैंइनमें से कइयों के मकान में सीलन से दरारें भी आने लगी हैंशहर में पानी भरने की वजह से गलियों में नीव भी चलने लगे हैैंयह नजारा देख युवा काफी रोमांचित हो रहे हैैंतटवर्ती इलाके के नागरिक बाढ़ से बचने के लिए शेल्टर हॉउस और रिश्तेदारों के यहां शरण लेने को विवश हैंबाढ़ के पानी से लंका, अस्सी, राजघाट, सभी घाट, रामनगर, डोमरी, सुजाबाद, चिरईगांव, संकटमोचन, रामपुर ढ़ाब, सामनेघाट, वरुणा और अस्सी के सभी इलाके पानी-पानी हो गए हैैंप्रशासन सर्तकता और बचाव के लिए बाढग़्रस्त इलाकों में एक्टिव मोड में है.

कई इलाकों का संपर्क टूटा

बाढ़ का पानी शहर में भरने के चलते कई इलाकों का संपर्क आपस में टूट गया हैइससे लोगबाग आवागमन के लिए नाव का सहारा ले रहे हैैंगलियों में नाव चलते हुए देखने पर वेनिस जैसी फिलिंग आ रही हैवेनिस शहर के एक हिस्से में 12 महीने पानी भरा रहता हैलिहाजा, नाव से पर्यटक और नागरिक आवागमन करते हैैं, जो दुनिया में मशहूर है.

डेंजर प्वाइंट लांघ जाएगी गंगा?

बनारस में बाढ़ से वॉर्निंग पॉइंट को पार कर चुकी गंगा अब डेंजर लेवल की ओर बढ़ रही हैंशुक्रवार की देर शाम आठ बजे तक केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के अनुसार गंगा वार्निंग बिंदु लांघकर 71.17 मीटर पर बह रही हैसाथ ही तीन सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढऩे के चलते घाट और नदी के किनारे रहने वाले नागरिकों की धड़कने बढ़ गई हैैंजलस्तर में इनक्रीज के टाइमिंग को देखते हुए ऐसी आशंका है रात में कुछ ही घंटों में गंगा लाल निशान पार कर जाएगी.

बारिश भी ले रही इम्तिहान

गंगा में लगातार बढ़ते जलस्तर से सभी चिंतित हैैंघाट व तटवर्ती एरिया में हजारों नागरिकों ने अपने जरूरी सामान के साथ पलायन कर लिया हैशेष को पलायन कराने में प्रशासन जुटी हुई हैऐसे में रूक-रूक कर हो रही बारिश से तटवर्ती इलाके में रहने वाले नागरिकों की धुकधुकी बढ़ गई हैलोगों का कहना है कि जब बारिश की जरूरत थी तब बादल मुंह फेर बैठे थे, अब बादलों की मेहरबानी संकट खड़ा करती जा रही है.

शिविर की शरण में 1290 बाढ़ पीडि़त

जिले के 40 बाढ़ राहत शिविरों में 11 शिविर एक्टिव मोड में हैंइनमें अब तक 1290 बाढ़ पीडि़तों ने शरण ली है और लोगों के आने का क्रम जारी हैप्रत्येक बाढ़ राहत शिविरों और गंगा से लगे एरिया की मानिटरिंग सीछे तौर पर जिले के डीएम और एसडीएम कर रहे हैैंमेडिकल टीम ने अब तक 353 लोगों को उपचार दिया हैवहीं, पशु चिकित्सा विभाग की टीम 117 मवेशियों का उपचार कर चुकी है.