वाराणसी (ब्यूरो)ज्यादातर रेलयात्री ट्रेन की जर्नी से पहले अपने मोबाइल और लैपटॉप की चार्जिंग पर ध्यान नहीं देतेवो ये मानकर चलते हैैं कि ट्रेन में चार्जिंग की व्यवस्था है, लेकिन अब सतर्क हो जाएंकोचों में लगे स्विच शोपीस बनकर रह गए हैैंपैसेंजर को राहत और फैसिलिटी देने के लिए ट्रेनों में लगाए गए इलेक्ट्रिक उपकरण अगर ठीक से काम न करे तो इसे क्या कहा जा सकता हैरेलवे पैैंसेजर्स से टिकट का पैसा पूरा वसूलता है, लेकिन सुविधाओं में कमी हैयह हम नहीं बल्कि ट्रेन में सफर करने वाले पैैंसेजर्स का कहना हैरविवार को पैसेंंजर के साथ आ रही दो ट्रेनों का परीक्षण किया गया.

कामायनी एक्सप्रेस

बनारस से मुम्बई जाने वाली कामायनी एक्सप्रेस का आलम यह है कि इसके कोचों के लगभग सभी स्विच खराब हो गए हंैपंखे इस तरीके से चलते हैं कि वह बाबा आजम के जमाने की याद दिला देते हैंकुछ कोचों के तो लाइट भी नहीं जल रहे थेकामायनी से सफर करने वाले यात्री लम्बी दूरी के यात्रा के दौरान थक हारकर टूट जाते हैं.

शिवगंगा एक्सप्रेस

शिवगंगा एक्सप्रेस बनारस की सुपरहिट ट्रेनों में से एक हैसाथ ही बनारस और बिहार के लोगों की पसंदीदा ट्रेन हैयह ट्रेन बनारस से दिल्ली तक का सफर करती हैइस ट्रेन का आलम यह है कि इसकी भी स्विचें खराब हो चुकी हैंलाइटें जलती नहीं हैफैन के हालत खराब हैंकभी चलते हैैं तो कभी नहीं.

यात्रियों की शिकायत

कामायनी एक्सप्रेस से सफर करके मुंबई से बनारस आ गया हूंकाफी परेशान होना पड़ापूरी रात पंखा नहीं चलाचार्जिंग प्वाइंट की स्विच खराब थी, इसलिए रात भर मोबाइल चार्ज नहीं कर पायामेरा फोन भी डेड हो गया हैकिसी से संपर्क भी करना कठिन हो गया है.

-नीरज कुमार, यात्री, कामायनी एक्सप्रेस

दिल्ली से शिवगंगा एक्सप्रेस से सफर करके किसी तरह बनारस आ गया हूंशिवगंगा एक्सप्रेस के कोचों की हालात तो काफी दयनीय हैसभी सीट के पास स्विच खराब हैलाइट पूरी रात जलती रहीनींद भी नहीं आई, क्योंकि लाइट को बंद करने वाली स्विच ही खराब थी.

-ललित यादव, यात्री, कामायनी एक्सप्रेस

शिवगंगा से सफर करके आ रहा हूंकोच का फैन खराब थापूरी रात दरवाजे के पास बैठकर सफर करना पड़ा जो काफी खतरनाक और जानलेवा थामेरे कोच में मेरी सीट के पास का फैन ही नहीं चल रहा था.

-महेंद्र कुमार, यात्री, शिवगंगा एक्सप्रेस

अभी तक ऐसा कोई मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया हैकल मैैं जांच कराके टेक्निकल टीम को फारवर्ड कराके जल्द से जल्द ठीक कराने का प्रयास किया जाएगा.

-आनंद मोहन, स्टेशन डायरेक्टर, वाराणसी