-संतों पर लाठीचार्ज के विरोध में पांच अक्टूबर को आयोजित धिक्कार यात्रा से पहले महंत बालकदास के नेतृत्व में निकली संकल्प यात्रा

- बीजेपी व विहिप के नेताओं समेत कई संत हुए शामिल, टाउनहाल से निकली यात्रा दशाश्वमेध घाट पहुंचकर हुई खत्म

VARANASI

गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान 22 सितम्बर को हुए लाठीचार्ज के विरोध में शहर में धारा 144 लागू होने के बाद भी गुरुवार को पातालपुरी मठ के महंत स्वामी बालक दास के नेतृत्व में टाउनहाल से हिंदू धर्म रक्षा संकल्प यात्रा निकाली गयी। भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में दोपहर में शुरू हुई संकल्प यात्रा में संतों के साथ विहिप-बीजेपी के नेता व कार्यकर्ता भी शामिल हुए। जुलूस में लोगों ने प्रशासन को खुली चुनौती दी और हर हाल में गंगा में ही प्रतिमाओं का विसर्जन करने की बात कही। यात्रा में बीजेपी के तीन विधायकों के साथ पदाधिकारी भी शामिल रहे।

गंगा में लिया संकल्प

संकल्प यात्रा टाउनहाल मैदान से निकल कर मैदागिन, बुलानाला, नीचीबाग, चौक, गोदौलिया चौराहा होते हुई दशाश्वमेध घाट पहुंची। रास्ते में नीचीबाग स्थित भाजपा कार्यलय पर शहर दक्षिणी के विधायक श्यामदेव राय चौधरी अपने समर्थकों के साथ यात्रा में शामिल हुए। संकल्प यात्रा जैसे ही गोदौलिया चौराहे पर पहुंची विहिप के कार्यकर्ता नारे लगाते हुए चौराहे पर ही बैठ गए। हालांकि कुछ ही देर बाद लोगों ने इनको यहां से उठाकर दशाश्वमेध घाट पहुंचने को कहा। साधु-संतों और बालक दास भी जुलूस की शक्ल में घाट पर पहुंचे और लोगों को संबोधित किया। इसके बाद स्वामी बालकदास, विद्यामठ के स्वामी ज्योतिर्मयानंद, नाग अखाड़े के गिरिनाथ, अस्सी आश्रम के किशोर दास और सतुबा बाबा आश्रम के महामण्डलेश्वर संतोष दास ने गंगा में खड़े होकर संकल्प लिया। संतों ने कहा कि सनातनी परंपरा का निर्वहन करते हुए मां गंगा की गोद में ही मां दुर्गा की पवित्र प्रतिमाओं का विसर्जन किया जायेगा। इस बीच धर्म यात्रा जारी रहेगी और साधु-संतों और बटुकों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज के विरोध में पांच अक्टूबर को धिक्कार रैली का आयोजन किया जायेगा। संकल्प यात्रा में भाजपा के काशी क्षेत्र के अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य, रविन्द्र जायसवाल, ज्योत्सना श्रीवास्तव, दयाशंकर मिश्र, गुलशन कपूर, विजय शंकर पाण्डेय समेत कई अन्य नेता मौजूद थे।

SP सिटी को बर्खास्त करने की मांग

यात्रा शुरू होने से पहले ही लोगों में गुस्सा संतों पर लाठी चार्ज को लेकर ज्यादा था। जुलूस में शामिल लोग जय श्रीराम, हर-हर महादेव का उद्घोष और संतों का अपमान नहीं सहेगा हिंदूस्तान का नारा लगा ही रहे थे। साथ में एसपी सिटी को तत्काल बर्खास्त करने की भी मांग कर रहे थे।