-पॉवर कट की जानकारी के लिए बिजली विभाग के नहीं लगाने होंगे चक्कर

-ऊर्जा एप से घर बैठे मिल रही हर जानकारी

अगर आपके एरिया में बिजली गुल हो रही है और आपको इसकी जानकारी नहीं है की कब तक आएगी और लॉकडाउन में आप किसी से संपर्क भी नहीं कर पा रहे है तो चिंता न करिये आपकी समस्या दूर हो चुकी है। दरसल बिजली विभाग अपने उपभोक्ताओं को बिजली के आने-जाने की जानकारी ऊर्जा मित्र एप के माध्यम से दे रहा है। अब जब भी किसी इलाके में बिजली सप्लाई बंद होगी तो इसकी जानकारी पहले ही उपभोक्ताओं को एसएमएस से मिल जाएगी। अगर मैसेज नहीं भी मिल रहा है तो उपभोक्ता घर बैठे इस ऐप से बिजली आपूíत संबंधी जानकारी और क्षेत्र की बिजली सप्लाई की जानकारी ले सकते हैं। अधिकारियो की मानें तो ऊर्जा मित्र एप से उपभोक्ताओं को कई लाभ हो रहे हैं। उपभोक्ता को एक दिन पूर्व ही बिजली गुल होने की सूचना मिल जाएगी। इससे वह अपना रूटीन कार्य बिजली सप्लाई बंद से पहले तक पूरा कर सकते हैं। इससे उपभोक्ता बिजली बिल का ऑनलाइन भुगतान भी कर सकते हैं।

ये होगा फायदा

-गूगल प्ले स्टोर से ऊर्जा मित्र एप डाउनलोड करना होगा।

-ऊर्जा मित्र एप पर पंजीकरण करने के बाद नियमित सप्लाई संबंधी सूचना एसएमएस के जरिए मिलने लगेगी।

-चाहे कटौती हो, कोई फाल्ट हो, इसकी जानकारी के लिए इधर-उधर फोन नहीं घुमाना होगा।

-जिस क्षेत्र में मरम्मत कार्य अथवा अन्य वजह से पावर कट होगा उस क्षेत्र के उपभोक्ताओं को पीवीवीएनएल की ओर से एसएमएस भेजा जाएगा। -एसएमएस के माध्यम से यह भी बताया जाएगा कि पावर कट कितने बजे होगा और कितनी देर में बिजली आपूíत बहाल होगी।

-पीवीवीएनएल की ओर से उपभोक्ता को दी जाने वाली एसएमएस सेवा फ्री होगी।

-इसकी एवज में उपभोक्ता से किसी प्रकार का चार्ज नहीं वसूला जाएगा।

मोबाइल नम्बर रजिस्टर्ड होने जरूरी

पावर सप्लाई की जानकारी देने वाले एप इस व्यवस्था का लाभ उन्हीं बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगा जिनका मोबाइल नम्बर रजिस्टर्ड है। इससे पहले विभाग के अधिकारियों ने इसके लिए बिलिंग काउंटर के कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि बिल जमा करने आ रहे उपभोक्ताओं से उनका मोबाइल नम्बर पूछकर रिकॉर्ड में रखना सुनिश्चित करें। इसके अलावा मीटर रीडर जब रीडिंग नोट करने जाते हैं, तो उपभोक्ता के मोबाइल नम्बर पूछ ले। बिजली उपभोक्ता भी इन माध्यमों से खुद ही अपना कांटेक्ट नम्बर रजिस्टर्ड करा दें। बिल की प्रति व प्रार्थना पत्र के साथ मोबाइल नंबर को रजिस्टर्ड कराया जा सकता है।

नए कनेक्शन के भी कर सकते हैं आवेदन

इस एप के जरिए उपभोक्ता नए कनेक्शन के लिए ऑनलाइन फार्म भी भर सकेंगे। फार्म सबमिट होते ही उपभोक्ता को कोड मिल जाएगा। फिर, जेई टेक्निकल फिजिबिलिटी रिपोर्ट लगाएगा। रिपोर्ट पॉजिटिव होते ही ऑनलाइन फीस जमा होने के बाद अभियंता जीआइएस मैपिंग के जरिए संबंधित मुहल्ले में पहुंचकर कनेक्शन दे देगा। इस प्रकिया से उपभोक्ता को बिजली कनेक्शन के लिए उपकेंद्र के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

उपभोक्ताओं को मिल रही है सुचना

अभी तक जिन उपभोक्ताओं का मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड हैं उन्हें सूचनाएं देने की जिम्मेदारी जेई को सौंपी गई है। जो कि एप की मदद से अपने उपकेंद्र पर जाएगा और फीडर व ट्रांसफॉर्मर की डिटेल भरते ही संबंधित ट्रांसफॉर्मर से पोषित उपभोक्ता को बिजली जाने व आने की जानकारी मिल जाएगी। इसके लिए मोबाइल नंबर टैगिंग का काम तेजी से चल रहा है.यह सुविधा ज्यादातर उपभोक्ताओं को मिलनी शुरू भी हो गई है।

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जो उपभोक्ताओं ऐप को डाउनलोड कर चुके है उन्हें सेलफोन नंबर रजिस्टर कराने का ऑप्शन मिलता है, लेकिन जो उपभोक्ता ऐसा नहीं किये हैं उनका नंबर कैश काउंटरों पर बिल जमा रजिस्टर्ड किए जाता है। इसके अलावा ऊर्जा मित्र एप से उपभोक्ताओं को बिजली आने-जाने की की जानकारी न होने की परेशानी से छुटकारा मिल रहा है।

विजय पाल, एसई- पीवीवीएनएल