- गूंजेगी डमरू की गड़गड़ाहट

-प्रतिभाग के लिए लखनऊ की ओर उमड़ा बनारस का सपाई युवा जोश

-500 से अधिक छोटे-बड़े वाहनों और रेलगाडि़यों से भी जत्थे हुए रवाना

VARANASI

सपा में शीर्ष स्तर पर रार व तंजी बाणों के प्रहार के बाद चुनावी अभियान को धार देने निकल रही विकास से विजय की ओर रथयात्रा का शंखनाद बनारस करेगा। डमरू की गड़गड़ाहट से चहुंदिशाओं को एक करेगा। इसके लिए एक दर्जन शंखवादक दोपहर बाद लखनऊ रवाना हो गए। वहीं ख्क् सदस्यीय डमरू दल सीधे सुबह यात्रा शुभारंभ स्थल पर पहुंचेगा। खास यह कि जत्था यात्रा में आध्यात्मिक पुट तो भरेगा तो अभियान के आरंभ का संदेश भी प्रसारित करेगा। दरअसल, पार्टी में खींचतान के बाद एक ही दिन के अंतर पर दो बड़े आयोजनों को सपा संगठन व सत्ता के बीच शक्ति प्रदर्शन भी माना जा रहा है। ऐसे में कार्यकर्ता भले बेबाकी से चाहे जिस ओर जा खड़ा हुआ हो लेकिन असमंजस में पड़े पदाधिकारी व प्रत्याशी ताकत तो दिखाएंगे लेकिन निष्ठा को लेकर बेहद बारीकी से सामंजस्य भी बैठाएंगे। इसका संकेत दोनों आयोजनों में बढ़-चढ़कर भागीदारी की तैयारियों ने दे दिया। बुधवार दोपहर बाद से बनारस का युवा जोश लखनऊ की ओर उमड़ा तो उनके पीछे पदाधिकारी व प्रत्याशी भी पूरी तैयारी से खड़े नजर आए। देर रात तक पांच सौ बसों व लग्जरी वाहनों के साथ ही ट्रेनों से भी कार्यकर्ता रवाना होते रहे। जिला व महानगर ईकाई की ओर से फ्रंटल संगठनों व प्रत्याशियों समेत एक हजार छोटे बड़े वाहन लखनऊ के लिए रवाना हुए। इसमें खुद को अलग दिखाने के जतन भी किए गए। पूर्व मंत्री मनोज राय धूपचंडी का जत्था डॉ। ओपी सिंह, हरीश बग्गड़ आदि नेताओं समेत शंखनाद के बाद शंख वादकों के साथ निकला। इसे उन्होंने शुभ कार्य के दौरान परंपरा का नाम दिया। अखिलेश सेना ने अनूठे परिधान से खुद को अलग दिखाने का प्रयास किया। जिलाध्यक्ष सतीश फौजी व महानगर अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल के नेतृत्व में देर रात प्रत्याशियों के साथ अंतिम विशाल जत्था रवाना हुआ। आनंद मोहन गुड्डू, दीपचंद गुप्ता, राधा कृष्ण संजय यादव, किशन दीक्षित, मनोज यादव गोलू समेत प्रत्याशियों-पदाधिकारियों समेत महिला विंग ने भी भागीदारी को निकली।