- अचानक बदला मौसम का मिजाज, न्यूनतम और अधिकतम दोनों में आई गिरावट

- पूरे दिन चली बर्फीली हवाओं के चलते धूप का नहीं दिखा असर, छत और खुले में बैठने से बचते रहे लोग

1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ

कई दिनों से तल्ख धूप के तेवर के कारण ठंड के न आने का एहसास करने वाली पब्लिक को संडे दोपहर ठंड ने कंपा दिया। हालात ये रहे कि कई दिनों से दोपहर के वक्त देह को जला देने वाली धूप ने लोगों को राहत नहीं दी बल्कि इसमे राहत तलाश रहे लोगों को भी बंद कमरों में जाना पड़ा। धूप की तल्खी कम हुई तो मौसम का मिजाज भी बदला और अधिकतम के साथ न्यूनतम टेम्प्रेचर में गिरावट दर्ज की गई। शाम होते-होते मौसम ने और पलटी मारी। जिसके कारण रात हल्के कोहरे के साथ कंपा देने वाली रही।

पश्चिमी विक्षोभ का असर

अचानक बदले इस मौसम के पीछे क्या खेल है? इस बारे में पूछे जाने पर मौसम विज्ञानी प्रो। बीआरडी गुप्ता व प्रो। एसएन पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ का असर यहां तक पहुंच रहा है। इसके कारण ही हल्के बादल बन रहे हैं और सूरज बादलों के बीच लापता हो जा रहा है। इसका असर ही था कि संक्रान्ति के दिन बूंदा-बांदी भी हुई थी। इसी बूंदाबांदी के कारण मौसम में थोड़ी नमी बढ़ी है। इससे कोहरा और बादल बनने की उम्मीद बनी हुई है और ऐसा हो भी रहा है। यही वजह है कि धूप का असर कम होने से अधिकतम तापमान में भी गिरावट आई है। शनिवार को जहां अधिकतम तापमान 22.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ था। वहीं रविवार को ये गिरकर 20 डिग्री पर पहुंच गया। यानि 2.3 डिग्री सेल्यियस की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं न्यूनतम तापमान में भी अच्छी खासी गिरावट आई है और शनिवार की अपेक्षा 3.2 डिग्री की गिरावट के साथ रविवार को मौसम 11.7 डिग्री से 8.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है।

कुछ यूं रहा तीन दिन के मौसम का हाल

डेट अधिकतम न्यूनतम

17 जनवरी 20.0 8.5

16 जनवरी 22.3 11.7

15 जनवरी 24.1 10.6

(सारे आंकड़े डिग्री सेल्सियस में हैं)