-बजट जारी होने के बावजूद लोहिया गांव में निर्माण शुरू न होने पर मुख्य सचिव ने उठाया सवाल

-कमिश्नर ने मंडल के सभी डीएम को लिखा पत्र

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विधानसभा चुनाव की तैयारी अब सरकारी मशीनरी में भी दिखने लगी है। सपा सरकार की प्राथमिकता में शुमार लोहिया गांव में आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण का पैसा जारी होने के बावजूद कार्य शुरू न होने पर मुख्य सचिव आलोक रंजन ने सवाल खड़े किए। उन्होंने कमिश्नर को इसकी मॉनीटरिंग का जिम्मा सौंपा है। कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने बुधवार को बनारस, चंदौली, गाजीपुर और जौनपुर के डीएम को इस बारे में पत्र लिखा और स्पष्ट कारण बताने को कहा। साथ ही पिछले चार साल में कराए गए विकास कार्यो की भी स्थिति के बारे में पूछा है।

तलब की कार्यो की सत्यापन रिपोर्ट

कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने मंडलीय सत्यापन में मिली खामियों के लिए जिम्मेदार अफसरों पर क्या कार्रवाई हुई? काम अभी पूरा हुआ या नहीं। फाइनेंशियल ईयर 2015-16 में कराए कार्यो की सत्यापन रिपोर्ट भी तलब की है। बजट के अभाव में जो परियोजना अटकी है, उनकी रिपोर्ट डीएम को देने और उसे शासन तक भेजने का निर्देश दिया है। जिससे कि पर्याप्त बजट जारी हो सके। कमिश्नर ने गाजीपुर में अल्पसंख्यकों के लिए लागू हुई मल्टी सेक्टोरल डेवलपमेंट प्लान के तहत जो आंगनबाड़ी केंद्र बनकर तैयार होंगे, उसमें कितने कर्मचारियों की जरूरत होगी। प्लान बनाकर भेजें।