वाराणसी (ब्यूरो)। केद्र सरकार की जनहित योजना के तहत घरेलू उघोग को बढावा देने का काम किया जा रहा है। इससे ग्रामीण जनता और वे व्यक्ति जो परम्परागत उद्योग में लगे हैं उनकी कला को बढावा देने के लिए सरकार ने एक स्टेशन एक उत्पाद योजना शुरू की है। इस योजना के तहत सरकार के वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत जीआई टैग मिले उत्पादों के स्टाल को लगाया जायेगा। इन स्टेशन स्टालों पर पड़ोसी जिलों के उत्पादों को भी सरकार के द्वारा लगाए जाने की योजना है। सरकार ने बनारस के 23 उत्पाद और आजमगढ के ब्लैक पाटरी को जीआई टैग दिया है.
20 से 20 हजार तक के प्रोडक्ट
कैंट रेलवे स्टेशन पर लगे एक स्टेशन एक उत्पाद स्टाल में 20 रुपये से लेकर 20 हजार तक के सामान मौजूद हैं। इस स्टाल में 20 रुपये के लट्टू से लेकर 20 हजार तक के विराट गणेश की कलाकृति मौजूद है। इस स्टाल में गणेश, कृष्णा, हनुमान आदि की कलाकृतियां मौजूद हैं। इसके साथ ही लट्टू, खिलौने, गाडिय़ों के छल्ले अन्य सामान भी मौजूद हैं.
ब्लैक पाटरी भी मौजूद
बनारस से महज 100 किलोमीटर की दूरी पर बसे दुर्वासा ऋषि की तपोभूमि आजमगढ की ब्लैक पाटरी को एक स्टेशन एक उत्पाद के तहत बनारस के कैंट और डीएलडबल्यू रेलवे स्टेशन पर जगह मिली है। आपको बताते चलें कि ब्लैक पाटरी को आजमगढ जिले से जीआई टैग मिला है। ब्लैक पाटरी आजमगढ के निजामाबाद का परम्परागत उद्योग है। इसकी वजह से बनारस के एक स्टेशन एक उत्पाद स्टाल में जगह मिली है। इसके उत्पाद 15 रुपये से लेकर 18 हजार रुपये तक मौजूद हैं। इसमें हाथ से नक्काशी किये हुए कप प्लेट गिलास थरमस, तेल प्वाइंट इत्यादि सामान मौजूद हैं। इनके माध्यम से लोगों के घरेलू उद्योग को बढ़ावा मिलता है.
कस्मटर्स और दर्शक का हुजूम
स्टेशन पर लगे स्टाल पर ग्राहकों और दर्शकों का मेला हुआ है। हमेशा खरीदारों से पूरा स्टाल गुलजार रहता है। कुछ लोग शौकिया तौर पर और उत्सुकता की वजह से इन उत्पादों को खरीद रहे हैं और बहुत ही अच्छा रिस्पांस दे रहे हैं।
लोकल फार वोकल
स्टेशन स्टालों की मदद से सरकार के लोकल फार वोकल और आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होगा। इन स्टेशनों पर लगे स्टालों के माध्यम से घरेलू उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। इनकी मदद से लोगों को रोजगार के साधन आसानी से मिलेंगे। परम्परागत उद्योगों में लगे हुए लोगों में आत्मनिर्भर होने की भावना जागृत होगी। लोगों को ज्यादा से ज्यादा व्यापार करने का मौका मिलेगा। साथ ही समाज और सरकार की मुख्य धारा से जुड़कर चलने का मौका भी मिलेगा.
लोगो का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। दोनों जिलों के उत्पादों को पसंद किया जा रहा है। उनकी खरीदारी भी हो रही है। आगे चलकर और उत्पादों को स्टाल में रखने का प्रयास करेंगे.
राजकुमार सिंह
स्टाल इंचार्ज, स्टेट अवार्डी, कैंट रेलवे स्टेशन