-शस्त्र लाइसेंस पर लगी रोक हटने के बाद फिर से जगी उम्मीद,
-डीएम कार्यालय में जनवरी 2017 से पहुंचा 1381 आवेदन, इनमें चिकित्सकों व शिक्षकों का आवेदन सबसे अधिक
-महिलाएं भी 'रिवाल्वर रानी' बनने के लिए बेताब
प्रदेश सरकार की ओर से शस्त्र लाइसेंस पर लगी रोक हटने के बाद उनकी आस बढ़ गयी जो असलहा लेना चाहते हैं। असलहा के लिए नए आवेदन बड़ी संख्या में आने की उम्मीद है। जबकि पहले से ही डीएम कार्यालय में आवेदन का ढेर लगा हुआ है। असलहा बाबू के पास जनवरी 2017 से अब तक आए 1381 शस्त्र लाइसेंस के आवेदन आए। इनसे पता चलता है कि अभी तक असलहे की डिमांड व्यापारी और राजनीति से जुड़े लोग करते थे लेकिन अब डॉक्टर और टीचर्स को भी अपराधियों का डर सताने लगा है। शस्त्र लाइसेंस के आवेदन में डॉक्टर और टीचर की संख्या काफी अधिक है। शासन-प्रशासन ने भी इनकी मांग पर देर नहीं करते हुए तुरंत शस्त्र लाइसेंस की स्वीकृति भी दे दी है। सबसे अधिक आवेदन कैंट थाना एरिया से आए हैं। आवेदन के मामले में शिवपुर दूसरे और नंबर चौबेपुर थाना एरिया तीसरे पर है। मजेदार बात यह है कि असलहा लेने की दौड़ में महिलाओं की संख्या भी ठीक-ठाक है।
कैंट में डर लगता है जी
सबसे अधिक डरी सहमी पब्लिक कैंट थाना एरिया की है। यहां से 230 लोगों ने शस्त्र के लिए आवेदन किया। जिनमें से 32 लोगों ने असलहे का लाइसेंस स्वीकृत करा भी लिया है। 198 को अब भी शस्त्र लाइसेंस की जरूरत है। इनमें 12 महिलाएं भी हैं।
शिवपुर थाना एरिया के 120 तो चौबेपुर थाना एरिया के 110 लोगों ने शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन किया। शिवपुर के दस लोगों के लाइसेंस स्वीकृत किए गए हैं। इनमें पांच महिलाएं हैं। चौबेपुर में नौ लोगों को शस्त्र रखने की अनुमति दे दी गयी है। इनमें से आठ महिलाओं हैं।
सहमे है डॉक्टर के अलावा जमीन कारोबारी
लंका थाना एरिया के 89 और सारनाथ के 85 लोगों ने शस्त्र लाइसेंस का आवेदन किया है। इनमें सबसे अधिक डॉक्टर, टीचर और रियल इस्टेट कारोबारियों का नाम शामिल है। लंका थाना में तीन लाइसेंस स्वीकृत हुए तो सारनाथ थाना में छह शस्त्र लाइसेंस को स्वीकृत दी गई है। जिसमें महिलाओं की संख्या लंका में दो और सारनाथ में पांच है।
भेलूपुर में ज्यादा, सिगरा में कम
भेलूपुर थाना एरिया से 40 लोगों ने शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। इसमें 21 लोगों को शस्त्र लाइसेंस की स्वीकृत लेटर थमा दिया गया। सिगरा थाना एरिया से 77 लाइसेंस के लिए आवेदन पड़े और सिर्फ 12 लोगों को स्वीकृति मिल पाई। सिगरा में सात व भेलूपुर में दो महिलाओं ने असलहा रखने की चाहत दिखाई हैं।
रामनगर की हुई अनदेखी
असलहे की डिमांड तो रामनगर वासियों ने भी किया है लेकिन शासन-प्रशासन ने उनकी फरियाद को अनसुना कर दिया है। एक भी लाइसेंस स्वीकृत नहीं किए गए है। जबकि रामनगर थाना एरिया से 15 शस्त्र लाइसेंस के आवेदन पड़े हुए थे। दशाश्वमेध थाना एरिया से पड़े 15 आवेदन में महज एक आवेदक को शस्त्र लाइसेंस मुहैया कराया गया है।
जनवरी 2017 से अक्टूबर 2018 तक आवेदन
थाना आवेदन स्वीकृत
भेलूपुर 40 21
लंका 89 03
चेतगंज 41 06
जैतपुरा 40 03
चौक 44 09
मडुवाडीह 55 02
सारनाथ 85 06
दशाश्वमेध 15 01
रामनगर 15 00
कोतवाली 30 02
कैंट 230 32
आदमपुर 17 03
सिगरा 77 12
लक्सा 19 03
शिवपुर 120 10
रोहनिया 59 05
फूलुपर 46 01
बड़ागांव 58 09
चोलापुर 75 08
चौबेपुर 110 09
मिर्जामुराद 24 03
लोहता 18 03
कपसेठी 36 10
जंसा 39 02
एक नजर
1381
लोगों ने शस्त्र लाइसेंस के लिए किया है आवेदन
161
लोगों को मिल चुका है शस्त्र लाइसेंस
49
महिलाएं भी हैं असलहा लेने की इच्छुक