हाईलाइट्स

- लहुराबीर आईएमए बिल्डिंग के पास स्थित बैंक के बाहर हुई वारदात

- स्पॉट से महज 50 मीटर की दूरी पर है चेतगंज थाना

- 20 मीटर की दूरी पर है लहुराबीर पुलिस पिकेट

- 100 मीटर की दूरी पर है सिटी कंट्रोल रूम

- 100 मीटर ही दूर है एसपी सिटी और सीओ चेतगंज का ऑफिस

VARANASI

लहुराबीर स्थित आईएमए बिल्डिंग से सटा इलाका जिसे पुलिस का गढ़ कहा जाता है क्योंकि यहां से कुछ कदम की दूरी पर ही चेतगंज थाने से लगायत एसपी सिटी व सीओ ऑफिस समेत पुलिस कंट्रोल रूम है। इसके बाद भी गुरुवार को इन सबसे बेखौफ बदमाशों ने यहां दिनदहाड़े पुलिस की छाती पर चढ़कर एक बिल्डर को गोली मारकर लूटने का प्रयास किया। लूट में सफल न होने पर आसानी से निकल भागे। गोली से घायल बिल्डर को मलदहिया स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।

कैशियर संग पहुंचे थे बैंक

सारनाथ के सलारपुर निवासी अनिल गुप्ता (भ्9 वर्ष) का अर्दली बाजार (कैंट) में ऑफिस है। अनिल अपने कैशियर मनोज के साथ गुरुवार दोपहर एक बजे लहुराबीर स्थित एक बैंक में किसी कार्य से पहुंचे थे। काम निबटाने के बाद बैंक से बाहर निकलने पर वहां पहले से मौजूद बदमाशों ने उनके हाथ से अटैची को लूटने का प्रयास किया। बिल्डर बदमाशों से भिड़ गए और अटैची को बदमाशों के हाथ में जाने नहीं दिया। इस बीच एक बदमाश ने पिस्टल निकाल अनिल पर फायर कर दिया। गोली मारने के बाद बदमाश अटैची को छोड़ आईएमए बिल्डिंग के सामने की गली में भागे। इस दौरान वहां पहले से बाइक लेकर खड़ा उनका उन्हें लेकर भाग निकला।

फेफड़ों के पार हुई गोली

गोली बिल्डर की बाह को छीलते हुए सीने में लगी है। डॉक्टर्स का कहना है कि बिल्डर के फेफड़ों से गोली पार हुई है। इसलिए हालत नाजुक है। इस बीच घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी आकाश कुलहरि भी हॉस्पिटल पहुंच गए और उन्होंने घायल बिल्डर अनिल गुप्ता से वारदात के खुलासे के लिए चार दिनों की मोहलत मांगी। बदमाशों की धरपकड़ के लिए स्थानीय थाने के अलावा क्राइम ब्रांच को भी लगा दिया गया है।

पहले भी हो चुकी है वारदात

घायल बिल्डर अनिल गुप्ता संग लूट के प्रयास की ये पहली वारदात नहीं है। इससे पहले भी दो बार उनको बदमाश अपने निशाने पर ले चुके हैं। बातचीत के दौरान अनिल ने एसएसपी को बताया कि पहले भी उनसे दो बार बैग छीनने और झपटने का प्रयास हो चुका है।

कब व कैसे हुई वारदात

- दोपहर क् बजे अनिल कैशियर मनोज संग पहुंचे लहुराबीर

- एक बजकर पांच मिनट पर बैंक में गए और काम निबटा कर बाहर निकले

- एक बजकर सात मिनट पर एक बदमाश उन पर टूट पड़ा

- कुछ देर में पास खड़ा दूसरा बदमाश पहुंचा

- एक बजकर दस मिनट पर बदमाश ने अनिल पर चलाई गोली

- एक बजकर बीस मिनट पर इंस्पेक्टर चेतगंज को किया गया फोन

- लेकिन उनका फोन नहीं हुआ रिसीव

बाक्स--

चेतगंज थाना क्षेत्र बदमाशों की पहली पसंद

चेतगंज थाना क्षेत्र में इस तरह की ये कोई पहली वारदात नहीं हुई है। इससे पहले भी रामकटोरा चौराहे पर बदमाशों ने घर में घुसकर सीमेंट कारोबारी की हत्या कर दी थी। कबीरचौरा पर कैटरिंग कारोबारी के मुनीम की हत्या लूट के लिए ही हुई थी। इसके अलावा चेतगंज थाने के सामने और मलदहिया में भी चोरों ने घड़ी के शोरूम से लाखों का माल पार कर दिया था। इतना ही नहीं बीते छह महीनों के दौरान चेतगंज थाना क्षेत्र के लहुराबीर चौराहे व उसके आसपास उचक्कागिरी व लूट की एक दर्जन से ज्यादा वारदातें हो चुकी हैं। जिसमें एक स्कूल प्रबंधक की कार से हुई उचक्कागिरी, रामनगर के एक दंपति संग हुई टप्पेबाजी समेत एक बिल्डर की कार से लाखों रुपये उड़ाने की घटना हुई थी।

दहशत में हैं व्यापारी

बीते दिनों जौनपुर में बनारस के सर्राफा कारोबारी पिता-पुत्र पर लूट के इरादे से किए गए हमले में व्यापारी व पिता की जान चली गई थी। इसके पहले सिगरा में सुपारी कारोबारी के मुनीम पर जानलेवा हमला कर लूट की वारदात को अंजाम दिया गया। इन घटनाओं ने व्यापारियों को डरा दिया है। जिसका विरोध करने के लिए वाराणसी व्यापार मण्डल के बैनर तले लहुराबीर आजाद पार्क में ही व्यापारी प्रदर्शन कर रहे थे। जिसके बाद बिल्डर अनिल गुप्ता बदमाशों के निशाने पर आ गए।

व्यापारी डरे हुए हैं। बिजनेस करे या फिर गुंडे बदमाशों से निबटे। पुलिस का तो खौफ रह ही नहीं गया है। थाने से कुछ दूर पर वारदात हो जा रही है और थानेदार आराम से पहुंच रहा है।

अजीत सिंह बग्गा, व्यापारी नेता

व्यापारी जाएं तो जाएं कहां क्योंकि पुलिस की तरफ से सेफ्टी का सिर्फ दावा किया जाता है जबकि ऐसा है नहीं। व्यापारी को खुद अपनी सुरक्षा करनी पड़ती है पुलिस कुछ नहीं करने वाली।

प्रमोद अग्रहरि, व्यापारी नेता