- कैंट सर्किल में सीओ ने शुरू किया कम्युनिटी पुलिसिंग में अनूठा प्रयोग

- गली-मोहल्लों में लगाएंगे बदमाशों के पोस्टर, पड़ोसियों से मांगेंगे मदद

कैसा हो अगर आपके आसपड़ोस या बगल के मोहल्ले में रहने वाले किसी आपराधिक तत्व के बारे में खुद पुलिस आपको जानकारी दे। गली-मोहल्ले का हर आदमी ऐसे शख्स के बारे में जानता हो तो उसका छिपना दुश्वार हो जाएगा। उसे शरण देने वाले भी नहीं बच सकेंगे। कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत कैंट सर्किल के तीन थानों में यह अनूठा प्रयोग किया जा रहा है। खास बात यह कि इस प्रयोग के अगुवा 50 से ज्यादा दिव्यांग होंगे, क्षेत्र के हर अपराधी को बेनकाब करने का इन्हें टारगेट दिया गया है।

निगरानी में होगी आसानी

फोर्स की कमी और बीट सिस्टम कमजोर होने के कारण अपराधियों की इलाकावार निगरानी लगभग बंद हो गयी है। पुलिस का मुखबिर तंत्र भी अब इतना असरदार नहीं रहा। ऐसे में पुलिस का यह प्रयोग देखने लायक होगा। 'अपराधी होंगे बेनकाब' नामक इस अभियान की शुरुआत करने वाले सीओ कैंट राकेश नायक ने बताया कि इससे अपराधियों की निगरानी में आसानी होगी क्योंकि हर नागरिक पुलिस की आंख बन जाएगा।

प्रदेश में पहली बार होगा ऐसा

सीओ कैंट बताते हैं कि दिव्यांगों को हर इलाके के अपराधियों की सूची दी जाएगी। इनमें हत्या और डकैती से लेकर पॉकेटमारी तक के वांछित होंगे। इन मोहल्लों में जाकर वह लाउड स्पीकर से इनके नामों की उद्घोषणा करेंगे। इसके अलावा मोहल्लों में जिलाबदर अपराधियों की तस्वीरें भी चस्पा कराई जाएंगी। ताकि बच्चा-बच्चा इन्हें पहचान लें और क्षेत्र में इनके नजर आते ही पुलिस को सूचना दें। सीओ कैंट ने बताया कि प्रदेश में अपनी तरह का यह पहला प्रयोग होगा।

जाम से भी छुटकारा दिलाएंगे

पिछले महीने तक ट्रैफिक विभाग के साथ चौराहों पर ड्यूटी करने वाले यह दिव्यांग अब कैंट सर्किल में जाम और अतिक्रमण से भी निजात दिलाएंगे। इस क्रम में रविवार को दिव्यांगों ने पांडेयपुर में रोड पर अतिक्रमण करने वालों को गुलाब का फूल देकर कब्जा हटा लेने को कहा। सीओ ने बताया कि यह दिव्यांग प्रशिक्षित हैं और इस तरह के काम में इन्हें महारत हासिल है।

बयान

प्रदेश में यह अपनी तरह का पहला प्रयोग है। इसमें जनता से भी जुड़ने की अपील की जा रही है। लोग भयमुक्त होकर सूचनाएं दें। उनका नाम गोपनीय रखते हुए पुलिस कारगर कार्रवाई करेगी।

राकेश नायक, सीओ कैंट