-जिला पंचायत सदस्य और बीडीसी रिजल्ट पर कर रहे समीक्षा

-अधिकतर पार्टियां समीकरण बैठाने को निकलवा रहीं बूथवार वोटिंग लिस्ट

-एक वार्ड की लिस्ट के लिए अदा करना होगा 100 रुपए फीस

1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ

विधानसभा चुनाव 2017 में है, मगर जीत-हार की रणनीति अभी से तैयार होने लगी है। राजनैतिक पार्टियों ने विधानसभा के रण को जीतने के लिए पंचायत चुनाव को पहली सीढ़ी बनाया है। पंचायत चुनाव के रिजल्ट को लेकर सभी पार्टियां वोटर्स के दिमाग, जातिगत समीकरण और अपनी पार्टी की स्थिति में सामंजस्य बैठाने में लगी हैं। इसको लेकर अधिकतर पार्टियों के मेंबर्स ने पंचायत चुनाव के रिजल्ट को बूथवार निकलवाना भी शुरू कर दिया है। जिला पंचायत सदस्य और क्षेत्र पंचायत सदस्य के चुनाव खत्म होने के बाद निर्वाचन कार्यालय में बूथवार वोटिंग की लिस्ट बन गई है।

100 रुपए में एक वॉर्ड की लिस्ट

पंचायत चुनाव को विधानसभा और लोकसभा की पहली सीढ़ी माना जाता है। इसलिए अधिकतर राजनैतिक पार्टियों ने बूथवार वोटिंग लिस्ट पाने के लिए निर्वाचन कार्यालय में आवेदन करना शुरू कर दिया है। जिला प्रशासन ने एक वार्ड के बूथ की वोटिंग लिस्ट देने की फीस 100 रुपए रखी है। जिसे ट्रेजरी में जमा करने के बाद सभी लिस्ट आवेदनकर्ता को उपलब्ध करा दिया जाएगा।

बदलते समीकरण का मिलता है फायदा

पंचायत चुनाव की इस वोटिंग लिस्ट के आधार पर कई बार चुनाव में होने वाले बड़े उलटफेर को रोका जा सकता है। राजनैतिक पार्टियां बूथवार वोटिंग लिस्ट को देख प्रत्याशी और अपने प्रचार-प्रसार को लेकर रणनीति तैयार करती हैं। साथ ही इस लिस्ट से उन्हें वोटर्स का मन और अपोजिट पार्टियों की स्थिति के बारे में भी पता चलता है। एक ओर प्रधानी चुनाव की सरगर्मी बढ़ गई है, वहीं अधिकतर पार्टियों ने बूथवार लिस्ट निकलवाने के लिए आवेदन करना भी शुरू कर दिया है।

वर्जन-

जिला पंचायत सदस्य और क्षेत्र पंचायत सदस्य के रिजल्ट के साथ बूथवार वोटिंग लिस्ट भी आ गई है। एक वार्ड की लिस्ट के लिए ट्रेजरी में 100 रुपए फीस जमा करना होगा। बूथवार लिस्ट लेने के लिए कई आवेदन आ रहे हैं।

राजाराम वर्मा, सहायक जिला निवार्चन अधिकारी पंचायत चुनाव