-प्रधानी चुनाव को शांतिपूर्ण कराने के लिए चप्पे-चप्पे पर रखी जा रही निगाह

-चुनाव आयोग ने दिया निर्देश, हर आशंका की दें जानकारी

VARANASI

जमीन की पैमाइश करने वाले लेखपाल और सरकारी दफ्तरों की चौकीदारी करने वाले अब जासूसी भी करेंगे। ये जासूसी वे किसी डिटेक्टिव एजेंसी के लिए नहीं बल्कि चुनाव आयोग के लिए करेंगे। चुनाव आयोग ने प्रधानी चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए लेखपाल, चौकीदार समेत गांव में रहकर सरकारी नौकरी करने वाले हर कर्मचारी को जिम्मेदारी सौंपी है। बवाल या अशांति फैलने का जरा भी संदेह होने पर तुरंत इसकी जानकारी जिला प्रशासन को देंगे।

रखेंगे निगाह

लोकसभा, विधानसभा की अपेक्षा प्रधानी का चुनाव बहुत छोटा होता है, मगर इसमें हिंसा काफी होती है। प्रधानी चुनाव को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए पुलिस के साथ पैरामिलिट्री फोर्स की भी मांग की गई है। वहीं माहौल बिगड़ने से पहले ही उसे संभालने के लिए अधिकारियों ने पुलिस के साथ अन्य कर्मचारियों को भी जिम्मेदारी सौंपी है। लेखपाल, चौकीदार, गांव-गांव के एक-एक शख्स से चिर-परिचित होते हैं। इसलिए इन्हें बवाल या अशांति फैलाने वाले अराजकतत्वों को पहचानना या उनके बारे में जानकारी जुटाना आसान है। इसको ध्यान में रखते हुए लेखपाल जैसे सभी कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि वे चुनाव भर अपने एरिया के चप्पे-चप्पे और प्रत्याशियों के साथ उनके समर्थकों पर निगाह रखें। कहीं भी अराजकता फैलने या आचार संहिता का उल्लंघन होते दिखे तो उसकी तुरंत जानकारी जिला प्रशासन को दें। ताकि चुनाव को पूरी तरह शांति ढंग से संपन्न कराया जा सके।

प्रधानी चुनाव को लेकर सभी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। गांव में तैनात कर्मचारियों को आचार संहिता का पालन कराने के लिए चप्पे-चप्पे पर निगाह रखने के साथ प्रत्याशी और उनके समर्थकों पर विशेष निगाह रखने को कहा गया है। ताकि निष्पक्ष चुनाव हो सके।

राजाराम वर्मा, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी, पंचायत चुनाव