-संस्कृत यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड कई कॉलेजज ने नहीं भरा डेटा कैप्चर फॉर्म

-यूनिवर्सिटी प्रशासन ने रोकी डिग्री, कॉलेजेज के स्टूडेंट्स की अटकी सांस

VARANASI

संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड कई कॉलेजज ने डेटा कैप्चर फॉर्म (डीसीएफ) नहीं भरा है। लेकिन इसकी सजा किसी और को भुगतना पड़ रहा है। डेटा कैफ्चर फॉर्म न भरने के कारण यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इन कॉलेजेज के स्टूडेंट्स की डिग्री रोक दी है। इससे यहां डिग्री का इंतजार कर रहे स्टूडेंट्स की सांसें अटक गयी हैं। अगर समय रहते इनको डिग्री नहीं मिली तो किचकिच होना तय है। हालांकि कॉलेजेज यदि डीसीएफ का प्रॉसेस कम्प्लीट कर लेते हैं तो इससे छूट मिल सकती है। बहरहाल यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने 77 कॉलेजेज की डिग्री जारी करने पर रोक लगा दी है।

डीसीएफ भरने तक रोक

यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के बार-बार निर्देश के बावजूद अब तक 77 संस्कृत कॉलेजेज ने इंफ्रास्ट्रक्चर से रिलेटेड डेटा अपलोड नहीं किया है। इसे देखते हुए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने इन कॉलेजेज के स्टूडेंट्स की डिग्री देने से मना कर दिया है। बता दें कि पूरे देश में यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड भ्फ्0 कॉलेज हैं। इनमें से ब्भ्फ् कॉलेजेज ने डीसीएफ भर दिया है। वहीं कई कॉलेज इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।

वेबसाइट हुई ब्लॉक

डीसीएफ न भरने वालेकॉलेजेज की यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने वेबसाइट भी ब्लॉक कर दी है। रजिस्ट्रार वीके सिन्हा ने बताया कि वेबसाइट ब्लॉक होने से ये कॉलेज अब एग्जाम फॉर्म भी नहीं एप्रूव्ड कर सकेंगे। डीसीएफ भरने के बाद ही इन कॉलेजेज की वेबसाइट ओपेन की जाएगी। यूनिवर्सिटी के सिस्टम मैनेजर विजय मणि त्रिपाठी ने बताया कि शास्त्री-आचार्य के परीक्षार्थियों की डिग्री का डिस्ट्रिब्यूशन दस फरवरी से किया जाएगा। इसके लिए एफिलिएटेड कॉलेजेज के प्रतिनिधियों को डिस्ट्रिक्ट वाइज बुलाया गया है। वहीं 77 कॉलेजेज को सन् ख्0क्भ् की डिग्री नहीं दी जाएगी।

जब तक डीसीएफ न भरने वाले कॉलेज प्रॉसेस को पूरा नहीं करेंगे, तब तक डिग्री जारी नहीं होगी। उस पर रोक यथावत रहेगी।

प्रो। यदुनाथ दुबे, वीसी